Ranchi: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से सरकार गठन और विभागों के बंटवारे पर चर्चा शुरू हो गयी है. शुक्रवार को NDA नेताओं की बैठक में बहुत हद तक तस्वीर के साफ होने की उम्मीद है. बैठक में जहां मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार के नाम का ऐलान हो सकता है. वहीं सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की पहली ईंट रखने वाले कामेश्वर चौपाल को बिहार का उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. कामेश्वर चौपाल दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. 1989 के राम मंदिर आंदोलन के समय हुए शिलान्यास में कामेश्वर ने ही राम मंदिर की पहली ईंट रखी थी. आरएसएस ने उन्हें पहले कारसेवक का दर्जा दिया है. वह 1991 में रामविलास पासवान के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं.
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राम को अपना रिश्तेदार मानते हैं
चौपाल बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले हैं. सुपौल मिथिला में पड़ता है, जिसे सीताजी का घर कहा जाता है. एक मैगजीन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, कामेश्वर चौपाल ने बताया था कि हम लोग जब बड़े हो रहे थे तो राम को अपना रिश्तेदार मानते थे. उनके मुताबिक मिथिला इलाके में शादी के दौरान वर-वधू को राम-सीता के प्रतीकात्मक रूप में देखने की प्रथा है.
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