NewDelhi : कर्नाटक हिजाब विवाद को लेकर भारत ने पाकिस्तान को नसीहत दी है कि वह अपना खुद का ट्रैक रिकॉर्ड देखे. बता दें कि पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी को तलब करते हुए इस मुद्दे पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने की निंदा की थी. खबर है कि शीर्ष भारतीय राजनयिक सुरेश कुमार ने पाकिस्तान के आरोपों को निराधार बताते हुए उसे जवाब दिया है. भारतीय अधिकारी ने पाकिस्तान से कहा कि वह पहले अपना खुद का ट्रैक रिकॉर्ड देखे.
Depriving Muslim girls of an education is a grave violation of fundamental human rights. To deny anyone this fundamental right & terrorise them for wearing a hijab is absolutely oppressive. World must realise this is part of Indian state plan of ghettoisation of Muslims.
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) February 9, 2022
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हिजाब विरोधी अभियान पर पाकिस्तान को बहुत चिंता है
सूत्रों के हवाले से इंडिया टुडे ने जानकारी दी है कि राजनयिक सुरेश कुमार ने पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. देश में एक प्रक्रिया के तहत काम होता है. पाकिस्तान को अपना खुद का ट्रैक रिकॉर्ड देखना चाहिए.जान लें कि भारतीय राजनयिक को बुलाये जाने के संबंध में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान जारी किया था.
जिसमें कहा गया, भारतीय राजनयिक से भारत सरकार को यह बताने का आग्रह किया गया कि कर्नाटक में आरएसएस-भाजपा गठबंधन द्वारा चलाये जा रहे हिजाब विरोधी अभियान पर पाकिस्तान को बहुत चिंता है. कहा गया कि मुस्लिम महिलाओं को अमानवीय बनाने का भारत सरकार के बहिष्करणवादी और बहुसंख्यकवादी एजेंडे का हिस्सा है.
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असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को लताड़ा
इसी क्रम में पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भी ट्वीट कर कर्नाटक हिजाब विवाद पर भारत सरकार पर हल्ला बोला. उन्होंने ट्वीट किया, मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा से वंचित करना उनके मौलिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है. किसी को भी इस मौलिक अधिकार से वंचित करना और उन्हें हिजाब पहनने के लिए आतंकित करना बिल्कुल दमनकारी है. दुनिया को यह समझना चाहिए कि यह सब मुसलमानों को घेटो (अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बनाई गयी तंग बस्ती) में रखने की भारत सरकार की योजना का हिस्सा है.’
पाकिस्तान से आ रही प्रतिक्रियाओं को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने एक भाषण के दौरान कहा कि वो पहले अपने यहां देखे कि क्या हो रहा है उसके बाद भारत की बात करें. उत्तर प्रदेश में एक रैली के दौरान असदुद्दीन ने कहा, मलाला पर हमला पाकिस्तान में हुआ, उसे ब्रिटेन में पढ़ना पड़ा. पाकिस्तान के संविधान के लिहाज से कोई गैर-मुस्लिम वहां का प्रधानमंत्री नहीं बन सकता.