Kasmar : कसमार थाना क्षेत्र के मंजूरा स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय में सरस्वती पूजा में प्रतिमा की जगह फोटो रखकर पूजा होने पर ग्रामीणों ने जमकर बवाल मचाया. इस बीच प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षकों के साथ हाथापाई का भी मामला सामने आया है. प्रधानाध्यापक विमलेश शर्मा ने कसमार थाना में बवाल मचाने व शिक्षकों के साथ मारपीट की एफआईआर भी दर्ज करवाई है.
जानकारी के अनुसार ग्रामीण गुरुवार को विद्यालय पहुंचकर मां सरस्वती की फोटो की पूजा ना कर मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा करने की मांग करने लगे. हंगामा बढ़ने लगा तो विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व कुछ शिक्षकों को पेटरवार भेजकर मूर्ति मंगवाई गयी और पूजा शुरू हुई. इस दौरान ग्रामीणों व शिक्षकों में इस मामले को लेकर नोकझोंक भी हुई, जिसके बाद घटना की सूचना पाकर जरीडीह सर्किल इंस्पेक्टर शंकर कामता, कसमार थाना प्रभारी रामाकांत गुप्ता, पेटरवार थाना प्रभारी विनय कुमार, जरीडीह थाना प्रभारी ललन रविदास, एसआई रमेश कुमार वर्णवाल, धीरज कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी दलबल के साथ स्कूल पहुंचे और घटना की जानकारी लेने के बाद मामला को शांत कराया. इस दौरान उग्र भीड़ ने कई शिक्षकों की पिटाई भी कर दी.
समय पर पुलिस नहीं पहुंचती तो स्कूल में कोई भी बड़ी घटना घट सकती थी. अभिभावकों व स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि इस स्कूल में कई दशक से मूर्ति लाकर पूजा होती थी, लेकिन मंजुरा स्कूल में कुछ शिक्षकों के प्रभाव में आकर इस वर्ष फोटो रखकर पूजा करवाया जा रहा है.
इधर, प्राचार्य ने कसमार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. प्राचार्य के अनुसार, फोटो पूजा के पीछे कहीं कोई साजिश नहीं है. सादगीपूर्ण व बगैर तामझाम के पूजा के लिए फोटो पूजा कराने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो. इसमें छात्रों को कोई आपत्ति नहीं थी. बावजूद कुछ ग्रामीणों ने जानबूझ कर हंगामा किया है. इस घटना को लेकर कसमार थाना प्रभारी रामाकांत गुप्ता ने बताया कि विद्यालय के प्राचार्य की ओर से इस घटना की लिखित शिकायत मिलने के बाद कसमार थाना में एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें कुछ ग्रामीणों को नामजद व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.