Kasmar (Bokaro) : श्री राम चरित मानस महायज्ञ के चौथे दिन 28 मई को यज्ञ वेदी की परिक्रमा, हवन पूजन के बाद रात में विदुषी साध्वी उमा देवी व बाल प्रवचनकर्ता धीरेंद्र जी महाराज ने रामकथा कही. प्रवचन में साध्वी उमा देवी ने प्रभु श्री राम के जन्म से लेकर गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण, वनवास,राज्याभिषेक की तमाम वृतांत को बताया. उन्होंने बताया कि प्रभु राम के आदर्श ऐसे उच्च कोटि के है कि अपने से बड़ों का हमेशा पिता तुल्य सम्मान दिया. चाहे वो विश्वामित्र हों या सुमंत जी. . प्रभु श्री राम के बाल्यकाल की प्रसंशा करते हुए कहा कि जो रामलला का दर्शन कर मंत्रमुग्ध न हो उनका जीवन ही बेकार है. मनुष्य को हमेशा अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना चाहिए. लक्ष्य ही इंसान को प्रगति व धर्म के मार्ग पर आगे ले जाता है. यही मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है. वहीं यज्ञ समिति ने पूर्व विधायक छत्रुराम महतो व लक्ष्मण कुमार नायक को सम्मानित किया. मौके पर महंत रामलखन दास, समिति अध्यक्ष सूर्यभूषण शर्मा, परमेश्वर नायक, रंजीत जयसवाल, निरंजन महतो, कृष्ण मोहन चौबे, राजेश चौबे, यदुनंदन जयसवाल, विपिन भूषण शर्मा, अखिल चौबे, राजेश पांडेय, धनलाल कपरदार, राजेश कपरदार, पंकज जायसवाल, अभिषेक जायसवाल, समीर गोस्वामी, प्रताप लाहकार, धीरेंद्र प्रजापति, उमेश कपरदार, शशिभूषण प्रजापति, संतोष प्रजापति, सुनील जायसवाल, रामलखन गोस्वामी, अमित जयसवाल, निर्मल ठाकुर, दिनेश मुंडा, निलेश महाराज, दुर्गा जयसवाल, भानु प्रकाश जायसवाल, दुर्गा प्रजापति, प्रयाग महतो, यज्ञ आचार्य व व्यास मंडली के संतोष कुमार पांडेय, उपेंद्र पांडेय, कमलेश पांडेय, राजकुमार पांडेय, बजरंगी पांडेय, पंडित अविनाश चौबे, सुधीर मिश्रा आदि मौजूद थे.
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