Kiriburu (Shailesh Singh) : टाटा डीएवी पब्लिक स्कूल नोवामुंडी में 12 नवंबर को सीपीआर दिवस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के आरंभ में मानस रंजन मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया. इसमें टाटा स्टील फाउंडेशन के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर मृणमय कुमार ने छात्रों को सीपीआर के बारे में विस्तारपूर्वक बताया. उन्होंने कहा कि आपातकालीन परिस्थिति में जब कोई चिकित्सा सुविधा उपलब्ध ना हो उस समय एक आम नागरिक भी एक इंसान की जान बचाने में सहायक हो सकता है. कई बड़े लोगों की जान केवल सीपीआर समय पर नहीं मिलने की वजह से बचाई नहीं जा सकी.
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हार्ट अटैक की स्थिति में हृदय काम करना बंद कर देता है, ऐसे में शरीर के अन्य अंगों तक रक्त की आपूर्ति के लिए आपको मरीज को सीपीआर देना चाहिए. सीपीआर में व्यक्ति के सीने को दबाना और मुंह से उसे सांस देना होता है. यह शरीर और दिमाग को ऑक्सीजन देने में सहायता करता है. लैब टेक्नीशियन परितोष गोराई व सहायक मधु तांती ने छात्रों को प्रोजेक्टर व डमी के माध्यम से मरीज को सीपीआर कैसे दिया जाता है बताया. प्राचार्य प्रशांत कुमार भुइंया द्वारा आभार व्यक्त के साथ सीपीआर कार्यशाला संपन्न हुआ. कार्यक्रम में को-ऑडिनेटर चंद्र भूषण कुमार, विज्ञान के शिक्षक उदयकांत चौधरी, ज्योति प्रकाश साहू, जेरामा आदि मौजूद थे.