- अंतिम सांस तक रहेंगे जेल में, 15 हजार रुपए लगाया जुर्माना
Kiriburu (Shailesh Singh) : नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के तीन आरोपियों को न्यायालय ने अंतिम सांस तक आजीवन कारावास और 15 हजार रूपये की जुर्माना की सजा सुनाई. .यह जानकारी चाईबासा पुलिस ने दी है. पुलिस के अनुसार मुफ्फसिल (पाण्ड्राशाली) थाना काण्ड सं0- 138 / 2022, दिनांक- 16 सितंबर 2022 धारा-323/506/366ए / 376 (डी) भादवी एवं 04 / 06 पोक्सो के अन्तर्गत अभियुक्त रामचन्द्र तियू पिता प्रेमसिंह तियू, अनुप प्रताप तियू पिता नरेन्द्र तियू, दोनों ग्राम दोपाई, थाना- पाण्ड्राशाली ओपी एवं सुखलाल होनहागा उर्फ गब्बर पिता सतीश होनहागा, ग्राम पुरूनिया, थाना- पाण्ड्राशाली ओपी के विरूद्ध नाबालिक बच्ची से दुष्कर्म करने का मामला दर्ज किया गया था.
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अनुसंधान के क्रम में चाईबासा पुलिस द्वारा उक्त तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया तथा सभी साक्ष्यों को वैज्ञानिक तरीके से संग्रह करते हुए न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित किया गया. जिसके आधार पर उक्त काण्ड का विचारण के क्रम में पोक्सो केस सं0-47 / 2022, दिनांक- 10 अप्रैल 2024 को न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम, पश्चिम सिंहभूम, चाईबासा के न्यायालय द्वारा अभियुक्त रामचन्द्र तियू, अनुप प्रताप तियू एवं सुखलाल होनहागा को धारा- 06 पोक्सो में आजीवन कारावास (अंतिम सांस तक) एवं 15 हजार रूपये जुर्माना की सजा दी गई है.
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चाईबासा : ईचा डैम को रद्द करने की बड़ी घोषणा कर मुकरा झामुमो : संघ
Chaibasa (Sukesh Kumar) : ईचा खरकई बांध विरोधी संघ, कोल्हान की तुईबाना में बुधवार को 42वां शहादत दिवस की समीक्षा बैठक हुआ. जिसमे तांतनगर प्रखंड,सदर प्रखंड,मंझारी प्रखंड और राजनगर प्रखंड के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. समीक्षा में कार्यक्रम में आय-व्यय की समीक्षा की गई. समीक्षा में सर्वसहमति से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात कही गई. जल्द ही संघ के प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिल कर उनका मंतव्य जानेगी. आगामी लोकसभा में संघ वादे से मुखरने वाले पार्टी और प्रतिनिधियों के खिलाफ वोट करेगी. झामुमो अपने मुख्य चुनावी मांग पत्र में ईचा डैम को रख कर इसे रद्द करने से मुखर गया. अ
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ब नौबत ऐसी आ गई है कि झामुमो के मंत्री, विधायक और नेता वीर सपूत गंगाराम के शहादत को नमन करना तक भूल गए. इसलिए शहादत दिवस पर कोई झामुमो नेता श्रद्धांजलि देने नही आया. एक समय था जब इसके नेता यहां डैम को रद्द करने को बड़ी बड़ी बाते और कसमें खाते थे. संघ अब कानूनी और सामाजिक लड़ाई संगठन को मजबूत कर लड़ेगा. मुख्य रूप से पूर्व अध्यक्ष साधो पुर्ती,दशकन कुदादा, बिर सिंह बुड़ीउली, योगेश कालुंडिया, गुलिया कालुंडिया, जीवन पडेया, श्याम कुदादा,रामचंद्र बिरुवा,मारकंडे बांडरा,सुनील बाड़ा, दुलु आल्डा और आंदोलनकारी उपस्थित थे.
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