Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा स्थित गंगदा पंचायत के सलाई गांव में भी मलेरिया का प्रकोप फैल रहा है. मलेरिया की वजह से ही सलाई गांव निवासी सुखराम मरांडी (45 वर्ष) की मौत शनिवार की शाम करीब तीन बजे हो गई. इस संबंध में गांव के समाजसेवी मंगल कुम्हार ने बताया कि सुखराम मरांडी को बीते तीन दिनों से ठंड के साथ बुखार आ रहा था. वह अत्यंत गरीब था. इसलिए पैसे व स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में वह अपना इलाज समय पर सही से नहीं करा पाया, जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं, गंगदा पंचायत के मुखिया राजू सांडिल व मंगल कुम्हार ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि वह अविलंब एक टीम सलाई समेत गंगदा पंचायत के अन्य गांवों में भेजे, ताकि मलेरिया से ग्रसित लोगों का इलाज किया जा सके. साथ ही मौत के आंकड़े को बढ़ने से रोका जा सके.
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हर वर्ष ब्रेन मलेरिया से ग्रसित होकर लोग गंवा रहे अपनी जान
उल्लेखनीय है कि सारंडा का लगभग हर पंचायत मलेरिया का रेड जोन माना जाता है. इसमें चिड़िया, गंगदा व छोटानागरा पंचायत सबसे ज्यादा मलेरिया प्रभावित रहता है. इन पंचायतों में ब्रेन मलेरिया से लोग हर वर्ष ग्रसित होकर अपनी जान गंवाते रहते हैं. पिछले दिनों ही छोटानागरा पंचायत के जोजोगुटू समेत अन्य गांवों में सात ग्रामीणों की मौत संबंधित खबर लगातार न्यूज में छपने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम जगी थी. जिसके बाद जोजोगुटू में मेगा चिकित्सा शिविर लगाया गया था. साथ ही उसके अगले दिन दुबिल और सोनापी में चिकित्सा शिविर लगाया गया था. इसमें सभी जगह मलेरिया के काफी मरीज पाये गये थे. इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सारंडा के तमाम गांवों में बरसात के मौसम में बडे़ पैमाने पर मलेरिया का प्रकोप बढ़ा है व हर गांव में कैंप लगाकर मरीजों के इलाज व मलेरिया जांच की जरूरत है.
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