Shailesh Singh
Kiriburu : सारंडा जंगल के गांवों में मिले मरीजों को कुष्ठ रोग होने की आशंका जताई जा रही है. इससे संबंधित खबर लगातार न्यूज में 23 अप्रैल को छपने के बाद जिला अस्पताल के लेप्रोसी विभाग ने हरकत में आ गई है. विभाग की टीम 26 अप्रैल को कुष्ठ रोग अधिकारी सह अस्थायी चिकित्सा सहायक डॉ जगन्नाथ साव के नेतृत्व में सारंडा के समाजसेवी संतोष कुमार पंडा के साथ मिर्चीगड़ा, कलैता, धर्नादिरी गांव पहुंची. इन गांवों में डॉ जगन्नाथ साव ने दर्जनों मरीजों को देख उसकी स्क्रीनिंग की और जरूरी दवाइयां दीं. डॉ जगन्नाथ साव ने बताया कि तीनों गांवों में एक दर्जन से अधिक संदिग्ध मरीजों की जांच व स्क्रीनिंग की गई जबकि दर्जनों लोग मंगलवार को किरीबुरु में साप्ताहिक मंगलाहाट लगने की वजह से बाजार करने चले गये हैं, इसलिए उनकी जांच नहीं हो सकी. जिन लोगों की जांच की गई उनके शरीर में गंभीर फंगल इन्फेक्शन अर्थात् चर्म रोग पाया गया है.
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बीमारी की मुख्य वजह नदी-नालों का पानी प्रदूषित होना
इस बीमारी की मुख्य वजह गांव की तमाम प्राकृतिक नदी-नालों का प्रदूषित होना है. ग्रामीण इस प्रदूषित नदी-नालों के पानी का इस्तेमाल नहाने, कपड़ा साफ करने से लेकर तमाम कार्यों के लिये कर रहे हैं. नाला का पानी इस्तेमाल लायक बिल्कुल नहीं है. क्योंकि पानी लाल व गंदा के साथ-साथ उसमें आयरन की मात्रा काफी है. उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग का लक्षण किसी में नहीं पाया गया है, क्योंकि कुष्ठ रोगी के शरीर में विशेष दाग और दाग वाला क्षेत्र सुन्न हो जाता है. उन्होंने कहा कि धर्नादिरी की एक मात्र महिला में कुष्ठ रोग पाया गया है, जिसको प्राथमिक उपचार व ट्रैकिंग कर सेल अस्पताल किरीबुरु में भर्ती किया गया है. उक्त कुष्ठ रोग से ग्रसित मरीज अगर बेहतर इलाज हेतु जाना चाहे तो आज हम सेल अस्पताल से राजखरसावां के आमदा स्थित लेप्रोसी अस्पताल में भर्ती करायेंगे. वहां बेहतर इलाज की सुविधा है और नियमित इलाज व दवा से यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जायेगी.
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समाजसेवी ने मरीजों को सामने लाया था
उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग के जीवाणु किसी के शरीर में 8 वर्ष तक रहता है तो अधिक नुकसान नहीं पहुंचाता है. लेकिन उसके बाद वह शरीर में गहरा घाव कर नुकसान पहुंचाने लगता है. उल्लेखनीय है कि सामाजिक कार्यकर्ता संतोष पंडा ने ही गांवों का दौरा कर एक कुष्ठ रोगी महिला को खोजा था और ऐसी बीमारी से ग्रसित दर्जनों संदिग्ध मरीज को सामने लाया था. मंगलवार को चिकित्सा टीम में पीएमडब्लू जगन्नाथ कुंकल, एमपीडब्लू ठाकुर दास बेसरा, सुनील कन्डुलना के अलावे एएनएम व सहिया आदि मौजूद थीं.
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