Kiriburu (Shailesh Singh) : वर्ष 2001 में सारंडा जंगल की कटाई से संबंधित मामले के 7 स्थायी वारंटी को किरीबुरु पुलिस ने चाईबासा न्यायालय भेजा. किरीबुरु थाना प्रभारी फिलमोन लकड़ा ने वर्षों से फरार चल रहे इन वारटियों को गांव के मुंडा कारलूस मुंडरी, सामाजिक कार्यकर्त्ता सोनू सिरका के सहयोग से विश्वास में लेते हुये सभी को मंगलवार को किरीबुरु थाना बुलवाये. किरीबुरु थाना में एसआई राम दयाल लोहरा, एसआई रंजीत यादव आदि पदाधिकारियों के साथ जरूरी कागजी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद सभी को थाना परिसर में भोजन कराने के बाद न्यायायिक प्रक्रिया के तहत चाईबासा भेजा गया. थाना प्रभारी ने बताया की चाईबासा भेजे गये 7 स्थायी वारंटियों में सारंडा के चेरवालोर गांव निवासी लाको मुंडरी, गोला पूर्ति, बुकेन सांडी पूर्ति, उरनीस सामद, कांडे सांडी पूर्ति, कुसनु पूर्ति, वृंदा मुंडरी शामिल हैं.
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फरार वारंटी न्यायालय में हाजिर हो जायें – थाना प्रभारी
इसके अलावे 38/2001 फॉरेस्ट एक्ट से संबंधित मामले के 9 अन्य स्थायी वारंटी जिनकी मौत वर्षों पहले हो गई है, उनकी मौत का सत्यापन गांव के मुंडा कारलुस मुन्डरी से कराकर कागज को न्यायालय भेजा गया है. थाना प्रभारी फिलमोन लकड़ा ने अन्य फरार वारटियों से आग्रह किया है कि वह किरीबुरु थाना पुलिस के सामने या न्यायालय में हाजिर हो जायें. अगर हमारे पास वारंटी आते हैं तो किसी प्रकार से परेशान नहीं किया जायेगा, बल्कि यथा संभव उनको सहयोग किया जायेगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह किसी भी परिस्थिति में अपराध का रास्ता नहीं चुने. समस्या आने पर पुलिस का सहयोग ले.
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