Shailesh Singh
Kiriburu : नोवामुंडी बस्ती पंचायत के खाते से मेरेलगड़ा लाभुक समिति के खाते में पैसा स्थानांतरण न होकर गलती से किरीबुरु निवासी मो. कुदुस के मेघाहातुबुरु स्थित बैंक ऑफ इंडिया के खाते में 12 जनवरी को एक लाख रुपये चला गया. अचानक अपने खाते में आये एक लाख रुपये देख मो. कुदुस खुश होकर सारे पैसे को विभिन्न कार्यों में खर्च कर दिया. अब उससे एक लाख रुपये वापस करने को कहा जा रहा है तो वह उसे तैयार नहीं है. वह कहता है कि हमें जेल हीं क्यों न जाना पडे़ लेकिन वह पैसा वापस नहीं कर सकता हैं, क्योंकि सारा पैसा खर्च हो गया. उल्लेखनीय है कि उक्त पंचायत के फंड से मेरेलगड़ा लाभुक समिति को विशेष कार्य हेतु एक लाख रुपये भेजना था. जब लाभुक समिति के खाते में पैसा नहीं आया और पंचायत के मुखिया मतियस सोरेन ने कहा कि पैसा भेज दिया गया है. इसके बाद मामले की जांच की गई, तो पता चला कि पैसा गलती से मो. कुदुस के खाते में भेज दिया गया है. नोवामुंडी बस्ती के मुखिया मतियस सुरेन ने किरीबुरु पश्चिम की मुखिया पार्वती किड़ो से सम्पर्क कर उस पैसे को वापस कराने का आग्रह किया. मुखिया पार्वती किडो ने मो. कुदुस से सम्पर्क कर पैसा वापस करने की बात कही.
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इस पर कुदुस ने बताया कि वह गरीब है. उसने सोचा कि सरकार ने उसके खाते में एक लाख रुपये भेज दिया है. इसके बाद वह उस पैसे अपने घर के छत का टीना लगाया, एक पुराना मोटरसाइकिकल खरीदा और लोगों का कर्जा चुका दिया. अब पैसा बचा नहीं है. वह वापस करने से सक्षम नहीं है. इसके लिए उसे जेल ही क्यों न भेज दिया जाये. इसके बाद अब नोवामुंडी बस्ती पंचायत के मुखिया इस मामले को लेकर कानूनी प्रक्रिया प्रारम्भ करने की तैयारी में हैं, क्योंकि यह पैसा सरकारी व पंचायत फंड का था जो लाभुक समिति को दिया जाना था.