Kiriburu (Shailesh Singh) : बालागोंडा पंचायत अन्तर्गत बोलानी टाउनशिप के मछुआढीपा स्थिति सौर ऊर्जा संचालित मिनी जल मीनार में लगा पानी का सिंटेक्स टंकी पिछले 15 दिनों से फट जाने की वजह से क्षेत्र के लोग पेयजल सुविधा से वंचित हैं. इस समस्या से त्रस्त ग्रामीण स्थानीय जनप्रतिनिधि व विभागीय पदाधिकारियों से शिकायत करके थक चुके हैं, लेकिन समस्या का अब तक समाधान नहीं हो सका है. इससे उक्त बस्ती के लोगों में भारी आक्रोश है.
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यह सौर ऊर्जा आधारित मिनी जल आपूर्ति योजना डिस्ट्रिक्ट मिनिरल्स फंड द्वारा 2022-2023 में लगभग 5 लाख रुपये की लागत से स्थापित की गई थी. इस योजना में भारी भ्रष्टाचार किये जाने का आरोप प्रारम्भ से ही लगाया जा रहा था. आलम यह है कि लगभग एक वर्ष में ही पानी टंकी फट गया, जिससे पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई. लोग पानी के लिये दर-दर भटकने को मजबूर हैं. बस्ती के लोगों ने इस समस्या का समाधान जल्द करने की मांग विभागीय पदाधिकारियों से की है.
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किरीबुरु : रेलवे की संपत्ति की हो रही चोरी
Kiriburu : स्क्रैप माफियाओं व चोरों के आतंक से सेल, रेल, टाटा स्टील से लेकर ठेकेदार, सारंडा व लौहांचल क्षेत्र के प्रायः सभी लोग परेशान हैं. सारंडा स्थित मेघाहातुबुरु खदान से करमपदा रेल मार्ग पर रेलवे ट्रैक के किनारे रखी गई कास्ट आयरन की रेलवे पटरी के नीचे लगने वाली स्लीपर की चोरी हो रही है. स्क्रैप माफिया नक्सल प्रभावित इस रेल लाइन के किनारे की कास्ट आयरन स्लीपर की चोरी कर ले जा रहे हैं. स्लीपर को खींचकर रेलवे ट्रैक के नीचे झाड़ियों के बीच से रास्ता बनाकर लगभग 20-30 फीट नीचे ले जाते हैं. वहां से रात में छोटे वाहनों पर लोड कर करमपदा, तोपाडीह के रास्ते ओडिशा ले जा रहे हैं. इस चोरी में कुछ चर्चित लोग भी माफियाओं के साथ मिले हुए हैं.
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बीते दिनों पैसा को लेकर विवाद भी हुआ था. उल्लेखनीय है कि स्क्रैप माफियाओं का मुख्य केन्द्र बड़ाजामदा, बड़बिल, नोवामुंडी, गुवा, जगन्नाथपुर एवं मनोहरपुर है. सूत्रों का कहना है कि ये स्क्रैप माफिया अपने लोगों के माध्यम से सेल व टाटा स्टील की विभिन्न खदानों के अलावे रेल एवं पुल-पुलिया का निर्माण साइट से लोहे का छड़, सीमेंट आदि भी ठेकेदारों के कर्मचारियों की मिलीभगत से चोरी कर रहे हैं. पीड़ित चाह कर भी शिकायत दर्ज नहीं करा रहे हैं, क्योंकि उनको कार्यवाही का भरोसा नहीं है.
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चाईबासा : मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में 30 अक्टूबर तक चलेगा सर्वे
Chaibasa (Ramendre Kumar Sinha) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के मलेरिया प्रभावित क्षेत्र में मलेरिया बुखार का सर्वे किया जा रहा है. 19 अक्टूबर से शुरू हुआ यह कार्य 30 अक्टूबर तक चलेगा. यह जानकारी जिला मलेरिया विभाग के कंसलटेंट शशि भूषण महतो ने दी है. उन्होंने बताया कि इस सर्वे के दौरान बुखार से पीड़ित लोगों की जांच की जा रही है और मलेरिया की पुष्टि होने पर दवा का वितरण किया जा रहा है. उनके ठीक होने तक अपनी निगरानी में भी रखा जाएगा.
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उन्होंने बताया कि इसके लिए फील्ड वर्करों सेविका, सहायिका, एमपीडब्ल्यू को जांच किट और मलेरिया की दवाई दी गई है. वे मरीजों की जांच कर उन्हें दवाई दे रहे हैं. इसके अलावा गोईलकेरा, मनोहरपुर, बड़ाजामदा, सोनुआ, बंदगांव तथा खूंटपानी सीएससी क्षेत्रो में भी अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के दौरान बुखार से पीड़ित मरीजों के रक्त की जांच की जा रही है. जांच में मलेरिया की पुष्टि होने पर पर उन्हें दवा के साथ-साथ मलेरिया रोधी दवाई दी जा रही है.