Kiriburu (Shailesh Singh) : विभिन्न जन सुविधाओं की मांग को लेकर बिरसा स्मारक के पास धरने पर बैठी करमपदा, नवागांव एंव भनगांव गांव की महिलाओं का आंदोलन आश्वासन के बाद मंगलवार की शाम समाप्त हो गया. सेल की किरीबुरु खादान के वरिष्ठ प्रबंधक रमेश सिन्हा से वार्ता के बाद सभी ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की. शाम करीब छः बजे सेल अधिकारी रमेश सिन्हा महिलाओं से वार्ता करने खुद पहुंचे. रमेश सिन्हा ने लगातार न्यूज से बातचीत में कहा कि सेल अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ नहीं उपलब्ध हो पाने की मुख्य वजह इस जंगल व रिमोट क्षेत्र में यहाँ कोई चिकित्सक निरंतर बहाली निकालने के बावजूद आना नहीं चाह रहा है.
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जो आता भी है तो यहाँ से कुछ दिन बाद खुद चला जाता है. ऐसी स्थिति में सेल प्रबंधन क्या करें एंव कहाँ से डाक्टर लाये. उन्होंने करमपदा तक एम्बुलेंस सुविधा आदि अन्य मुद्दों के बाबत तमाम जन प्रतिनिधियों व ग्रामीणों से आगामी 9 जुलाई तक अपनी मांग पत्र देने को कहा गया है. ताकी 11 जुलाई को सीजीएम के बाहर से लौटने के बाद इनकी समस्याओं पर वार्ता कर हल निकालने का प्रयास किया जा सके. उन्होंने कहा कि स्कूल बस करमपदा दो दिन के अंदर भेजना प्रारम्भ कर दी जायेगी. बता दें कि तीनों गांव की महिलाएं बच्चों के लिए स्कूल बस, चिकित्सक व एम्बुलेंस सेवा शुरु करने की मांग को लेकर मंगलवार को धरना पर बैठ गई थी.
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वार्ता के दौरान यह लोग थे मौजूद
इस वार्ता के दौरान वरिष्ठ प्रबंधक रमेश सिन्हा, ग्रामीण महिला नेत्री लक्ष्मी कुमारी, मेघाहातुबुरु उतरी पंचायत की मुखिया लिपि मुंडा, उप मुखिया शमशाद आलम, पूर्व प्रमुख जिरेन सिंकु, पूर्व मुखिया आलोक अजय तोपनो, करमपदा के मुंडा राजेश आदि के अलावे किरीबुरु थाना पुलिस मौजूद थे.