Ranchi : कैश कांड को लेकर फंसे कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी गुरूवार को झारखंड लौटे. शुक्रवार को तीनों विधायक झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने पहुंचे. वहां पहुंचते ही जामताड़ा विधायक ने पार्टी और विधायक कुमार जयमंगल सिंह (अनूप सिंह) पर जमकर भड़ास निकाला. इरफान अंसारी ने तो यहां तक कह दिया कि आरोप लगाने वाले बाहरी है. हमलोग स्थानीय हैं. ग्रांस रूट से आते हैं. अनूप सिंह को वे बेहतर तरीके से और बचपन से जानते हैं. वे हमेशा दो नंबर वाले लोगों से घिरे रहते हैं. इससे हमारे पार्टी आलाकमान भी गुमराह हो गए. विधानसभा पहुंचने से पहले तीनों विधायक बिरसा चौक पहुंचे. वहां पर इन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान भी तीनों ने कहा कि उन्हें फंसाने वालों को वे किसी भी हाल में नहीं छोड़ेंगे.
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अनूप सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की और भूषण बाड़ा को जवाब तो देना ही पड़ेगा
विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत में इरफान ने कहा कि पार्टी ने अभी तक एक ही पक्ष की बातों को सुना है. अब हम हमलोग अपनी बातों को पार्टी आलाकमान के समक्ष रखेंगे. जल्द ही वे दिल्ली जाएंगे. इरफान ने कहा कि विधायक अनूप सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की और भूषण बाड़ा ने उनपर 10 करोड़ रुपए का आरोप लगा दिया. आज मैं स्पष्ट कर दूं कि अनूप सिंह से तो मेरी पिछले एक साल से बात ही नहीं हुई. अब जब आरोप लगा ही दिए हैं तो तीन विधायकों को जवाब तो देना ही पड़ेगा.
संसार के सबसे बेस्ट एजेंसी से जांच करा लें, हमलोग निर्दोष साबित होंगे
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कैश कांड मामले को टेकओवर करने के सवाल पर इऱफान ने कहा कि हम तो मांग करते हैं कि संसार की जो सबसे बेस्ट जांच एजेंसी है, उससे मामले की जांच कराया जाए. हम निर्दोष साबित होंगे. अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर भी इरफान ने अपना पक्ष रखा. आज सत्य की जीत हुई है. कोलकाता हाईकोर्ट ने साफ कहा है कि सरकार गिराने में उनलोगों का कोई हाथ नहीं था. हमारी तो सरकार बनाने में ही शुरूआत से भूमिका रही है.
जांच का काम तो आयकर विभाग का – हाईकोर्ट
इरफान ने कहा कि हमपर आरोप लगाया गया कि गाड़ी में 10 करोड़ रुपए से अधिक राशि है. इससे आलाकमान भी गुमराह हुए और पश्चिम बंगाल पुलिस को फोन कर दिया. पुलिस ने हमारी गाड़ी की जांच की, तब उनकी गाड़ी से 17 लाख और अन्य विधायकों (राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी) के पास से क्रमशः 16 और 15 लाख रुपए मिले. यानी हमारी गाड़ी से मात्र 48 करोड़ रुपए मिले. हाईकोर्ट ने भी माना कि जांच करने का काम तो आयकर विभाग का है. पुलिस क्यों हाय तौबा मचा रखी है.
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