Ranchi : झारखंड विधानसभा से 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति और नयी आरक्षण पॉलिसी पास होने पर सीएम हाउस से लेकर मेन रोड तक जश्न मनाया गया. मेन रोड में झामुमो ने विजय जुलूस निकाला. रांची के विभिन्न सरना संगठनों और सरना स्थलों पर भी जश्न मनाया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से केंद्रीय सरना समिति, मूलवासी-सदान मोर्चा सहित कई आदिवासी-मूलवासी संगठन और नेताओं ने मुलाकात की. खुद मुख्यमंत्री ने भी आदिवासियों के साथ अपने आवास पर आतिशबाजी की. केंद्रीय सरना समिति अध्यक्ष अजय तिर्की के नेतृत्व में कई लोग सीएम से मिले. सीएम को बधाई दी. मूलवासी-सदान मोर्चा नेता राजेंद्र प्रसाद भी स्पीकर और सीएम से मिले. सीएम से मिल कर बधाई देने वालों में प्रकाश हंस, नवनीत उरांव, किशोर लोहरा, राजी पड़हा सरना धर्म प्रार्थना सभा के प्रो प्रवीण उरांव, सुभानी तिग्गा, योगेन्द्र उरांव, राहुल उरांव, जयंत कच्छप, मुन्ना उरांव, रीना तिर्की, रीता तिर्की, गुड़िया तिर्की सहित कई शामिल थे.
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झामुमो ने मेन रोड में निकाला विजय जुलूस
1932 के खतियान आधारित स्थानीयता और आरक्षण विधेयक के पास होने पर झामुमो कार्यकर्ताओं ने भी खुशी मनायी. अल्बर्ट एक्का चौक पर जुटे सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद दिया. कहा कि आज का दिन झारखंड के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. रांची जिला झामुमो अध्यक्ष मुस्ताक आलम ने बताया कि झामुमो जो कहता है, वह करता है. चुनावी मैनिफेस्टो में हमारे कार्यकारी अध्यक्ष ने जो-जो वादा किया था, उसे पूरा गया. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में झामुमो ने जनता से वादा किया था कि सरकार बनने के बाद झारखंड में 1932 का खतियान लागू किया जाएगा. सरकार के करीब तीन साल पूरे होने के बाद हेमंत सोरेन ने इस वादे पर अमल करते हुए आज इसे विधानसभा से पारित कर दिया. आज पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति को 28 प्रतिशत, अनुसूचित जाति को 12 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक भी सदन से पास कराया गया. अब झारखंडियों को इसका लाभ मिलेगा.
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