Koderma: सिविल सर्जन कार्यालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ. इसमें राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य कर्मियों, एएनएम और जीएनएम स्टाफ नर्स को ट्रेनिंग दिया गया. इस कार्यक्रम की सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार और जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सह जिला नोडल पदाधिकारी राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम कोडरमा डॉ रमण कुमार ने संयुक्त अध्यक्षता की.
डाॅ रमण कुमार ने कहा कि स्वंय की जीवनशैली को ठीक रखने से कैंसर के खतरे से बचा जा सकता है. लोगों को इसके लिए जागरूक होने की जरूरत है. खासतौर पर युवा वर्ग को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए. क्योंकि तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में हो उससे शरीर को नुकसान ही होता है. इसलिए इसके उपयोग से बचना चाहिए. वहीं दंत चिकित्सा पदाधिकारी सह प्रशिक्षक डाॅ. शरद कुमार ने एएनएम को तंबाकू उत्पादों के प्रयोग और धूम्रपान से होने वाली बीमारियों के संदर्भ में विस्तृत जानकरी साझा की. उन्होंने बताया कि तंबाकू और इसके उत्पादों के सेवन से फेफड़े का कैंसर, सिर, गले और मुंह का कैंसर होता है. फेफड़े के कैंसर के मामलों में धूम्रपान सबसे बड़ा कारण है. लगभग दो तिहाई मामले इससे जुड़े होते हैं. इस कारण से लोगों को कई और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
कहा कि धूम्रपान के कारण मुंह के कैंसर का खतरा होने की काफी संभावना होती है. मुंह के कैंसर में मुंह के अंदर के हिस्सों में जैसे जीभ, होंठ और गले में कैंसर होता है. इसलिए मुंह के कैंसर की शुरुआती लक्षणों का पता होना बेहद जरूरी है. उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े के अनुसार भारत में प्रति वर्ष लगभग 13 लाख लोगों की मृत्यु तंबाकू जनित रोगों जैसे कैंसर, स्ट्रोक और ह्रदय रोग से होता है. झारखंड में 38.09 प्रतिशत लोग किसी न किसी रूप में तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं. जिससे असमय लोगों की मृत्यु हो जाती है. जन मानस द्वारा तंबाकू के उपयोग को सीमित करने की आवश्यकता है. सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादन के उपयोग को रोकने और तंबाकू के हानिकारक लत से बचाने और तंबाकू उत्पादन के प्रचार-प्रसार पर प्रतिबंध लगाना है.
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वहीं जिला परामर्शी दीपेश कुमार ने तंबाकू नियंत्रण से सम्बन्धित बने कानूनों और सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों की विस्तृत जानकारी दी. मौके पर डीपीएम महेश कुमार, विनीत अग्निहोत्री, सिद्धांत ओहदार, गणेश कुमार दास, हिमांशु कुमार, प्रदीप कुमार, एएनएम जयमंती देवी, कुमारी कमला सिन्हा, नीरा कुमारी, गायत्री कुमारी, कुमारी ममता यादव, सकुंतला कुमारी, हीरामणि ज्योती, आशा कुमारी, अरुणा सिन्हा, निर्मला कुमारी, सुधा कुमारी, दिव्या गुलाब एक्का, जीएनएम संगीता खाखा, कोमिला कुमारी, मेरी तमन्ना कुजूर, प्रतिमा कुमारी, उर्मिला प्रधान और स्टाफ नर्स करिश्मा कुमारी मौजूद थी.
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