Koderma : नौकरी वापसी को लेकर पोषण सखियों का आंदोलन जारी है. इसी क्रम में पोषण सखियों विधायक नीरा यादव को ज्ञापन सौंपा और 19 दिसम्बर से शुरू हो रहे झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान पोषण सखी के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाने का आग्रह किया. ज्ञात हो कि कुपोषण अभियान के तहत वर्ष 2015 – 16 में झारखंड के छह जिलों के आंगनबाड़ी केन्द्रों में 10,388 पोषण सखी की बहाली हुई थी. वर्ष 2018 से केंद्र सरकार के द्वारा दिया जाने वाला वित्तीय सहायता बंद कर दिया गया. इसी वर्ष अप्रैल माह से झारखंड सरकार ने इन पोषण सखियों को काम से हटा दिया है.
इसे भी पढ़ें– झारखंड में किसानों से 8 लाख मीट्रिक टन धान खरीदेगी सरकार : वित्त मंत्री
मामले को लेकर हाईकोर्ट में भी याचिका दायर
अचानक नौकरी छिन जाने के कारण पोषण सखी काफी आर्थिक संकट से गुजर रही हैं. इन लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका भी दायर किया हुआ है. अपनी मांगों को लेकर जिला से राज्य तक लगातार ये लोग संघर्ष कर रही हैं, लेकिन इन्हें आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिल रहा है. ज्ञापन सौंपने के दौरान पोषण सखी समन्वय समिति (सीटू) की जिलाध्यक्ष गायत्री पासवान, जिला सचिव जरीना खातून, अंजुम प्रवीण, राखी सिंह, मुन्नी देवी, पिंकी देवी, प्रीति कुमारी, शाहीना प्रवीण, मुनेशा खातून, कुमारी पूनम, गुड़िया देवी, पूनम कुमारी एवं पिंकी कुमारी शामिल थीं.
इसे भी पढ़ें– नीरव मोदी की अपील खारिज, प्रत्यर्पण के खिलाफ ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट नहीं जा सकेगा, भारत लाने का रास्ता साफ!