Koderma: विभागीय शिथिलता के कारण सदर अस्पताल कोडरमा में 300 बेड की सुविधा वाले अस्पताल निर्माण कार्य एनओसी की प्रतीक्षा में अधर में लटका हुआ है. गौरतलब है कि जिलेवासियों के लिए बहुप्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर 2018 को रांची से किया था. पहले चरण में कोडरमा में मेडिकल कॉलेज का निर्माण और साथ ही सदर अस्पताल का जीर्णोद्धार कर 200 अतिरिक्त बेड के साथ इसे 300 बेड युक्त हॉस्पिटल बनाने का प्रावधान किया गया था.
319 करोड़ की लागत से होना है निर्माण
कोडरमा मेडिकल कॉलेज प्रोजेक्ट पर कुल 319 करोड़ रुपये खर्च होने हैं. फिलहाल कोडरमा में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का कार्य 18 महीने के विलंब के बाद पिछले वर्ष शुरू किया गया है. कार्य की गति फिलहाल काफी कम है और अभी तक मात्र 6 प्रतिशत कार्य हुआ है दूसरी ओर सदर अस्पताल में अभी तक कार्य शुरू भी नही किया जा सका है. निर्माण कार्य करा रही कंपनी सिम्प्लेक्स के प्रोजेक्ट इंचार्ज संजीव टुडू की मानें तो मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में हुई विलंब की वजह कोविड और कई विभागों से समय पर एनओसी नहीं मिलना है. उन्होंने आगे कहा कि सदर अस्पताल के लिए अभी तक एनओसी प्राप्त नहीं हुआ है.
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भवन निर्माण विभाग ने झाड़ा पल्ला
इस मामले पर भवन निगम के कार्यपालक अभियंता अमित कुमार पल्ला झाड़ते हुए कहा कि सदर अस्पताल के पुराने बिल्डिंग के डिस्मेंटल, पेडों की कटाई और लाइव इलेक्ट्रिक वायर के स्थल परिवर्तन को लेकर अभी तक विभाग से एनओसी प्राप्त नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन से इस संदर्भ में कई बार पत्राचार किया जा चुका है बावजूद अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
सिविल सर्जन ने जल्द एनओसी निर्गत होने की कही बात
इस संदर्भ में जब सिविल सर्जन डॉ पार्वती कुमारी नाग से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एनओसी देने की प्रक्रिया जारी है और जल्द ही सदर अस्पताल के अपग्रेडेशन के लिए एनओसी निर्गत कर दिया जाएगा.
अब देखने वाली बात है कि स्वास्थ्य विभाग सदर अस्पताल के अपग्रेडेशन के लिए कितना संवेदनशील है और जिलेवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा कब मिल पाती है.
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