Chaibasa : कोल्हान विवि में पहले रजिस्टर में साइन करके हाजिरी होती थी, फिर बायोमेट्रिक्स मशीन से अंगूठे की छाप लेकर शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी अटेंडेंस बनाते थे. इससे एक कदम और आगे अब मशीन के सामने चेहरा दिखाना होगा. कोल्हान विश्वविद्यालय ने फेस रीडिंग मशीन लगाने का निर्णय लिया है. कोल्हान विवि में पांच फेस रीडिंग मशीन लगायी जायेगी. जिसमें पीजी विभाग में तीन, प्रशासनिक भवन में एक तथा परीक्षा विभाग में एक मशीन होगी. विवि में सही से संचालित होने के बाद सभी कॉलेजों में इसे लगाया जायेगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है.
अक्टूबर माह से लागू हो सकता है फेस रीडिंग
संभवतः अक्टूबर माह से अंगूठा नहीं चेहरे से शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी. कोरोनाकाल से ही विवि व सभी अंगीभूत कॉलेजों में बायोमेट्रिक्स सिस्टम से उपस्थिति बंद कर दी गयी है. जो अबतक शुरू नहीं हुई है. अब नई तकनीक से विवि में उपस्थिति दर्ज करायी जाएगी. मालूम हो कि थंब प्रिंट बायोमेट्रिक मशीन में कर्मचारियों द्वारा गड़बड़ियों की शिकायत लगातार मिल रही थीं. ऑनलाइन हाजिरी के बावजूद बहुत से शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी ड्यूटी पर नहीं जाने जैसे मामले भी सामने आ रहे थे. इसी को देखते हुये विवि ने नये नियम के तहत व्यवस्था में सुधार करने का प्रयास किया है और फेस रीडिंग सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया है.
ऐसे काम करती है फेस रीडिंग मशीन
फेस रीडिंग मशीन में अंगुली या अंगूठे के बजाय कर्मचारियों को मशीन के सामने खड़ा होकर अपना चेहरा दिखाना होगा. मशीन को टच करने की जरूरत नहीं होती है. मशीन में चेहरे की स्क्रीनिंग होती है और चेहरे का मिलान होने पर ही कर्मचारी की उपस्थिति दर्ज होगी. विवि का मानना है कि इससे थंब बायोमेट्रिक्स में होने वाली गड़बड़ियों से भी निजात मिलेगी.
कोल्हान विवि में बायोमेट्रिक्स सिस्टम को पूरी तरह से बंद किया जा रहा है. जिसका निर्णय लिया जा चुका है. अब फेस रीडिंग मशीन के तहत उपस्थिति दर्ज होगी. इसके अक्टूबर माह तक लागू होने की संभवना है. पहले चरण में विवि में पांच फेस रीडिंग मशीन लगायी जायेगी. पीजी विभाग में तीन, प्रशासनिक भवन में एक तथा परीक्षा विभाग में एक मशीन लगेगी.
डॉ पीके पाणी, प्रवक्ता, कोल्हान विवि