Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम के विभिन्न प्रखंडों के उप स्वास्थ्य केंद्र में एनआरएचएम के तहत कार्यरत अनुबंधित एएनएम व जीएनएम के अनिश्चतकालीन हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 टीकाकरण पूरी तरह से प्रभावित है. पिछले चार दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण सही तरीके से नहीं हुआ है. इसके अलावा मलेरिया, डायरिया, लेबर डिलीवरी जैसे कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. मालूम हो कि झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम व जीएनएम संघ के बैनर तले 13 अक्टूबर से सदर अस्पताल चाईबासा परिसर में तीन माह का बकाया मानदेय नहीं मिलने के विरूद्ध अनिश्तकालीन हड़ताल कर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी एएनएम व जीएनएम को दुर्गा पूजा तक मानदेय देने का आश्वसन दिया गया था. लेकिन विभाग अपने वादे से मुकर गया. सभी एएनएम व जीएनएम ने कहा कि मानदेय नहीं मिलने से परिवार का भरण पोषण में अत्यंत कठिनाई हो रही है. दुर्गा पूजा खत्म हो गया है लेकिन मानदेय नहीं मिल रहा. हमसे कोविड टीकाकरण का कार्य प्रतिदिन कराया जा रहा है, इससे सभी कर्मचारी शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं. 20 मार्च 2021 से आज तक बिना किसी छुट्टी के चाहे वह रविवार ही क्यों न हो हम सभी अनुबंध कर्मचारी निःस्वार्थ भाव से ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवा दिए. इसके अलावा बिना मानदेय के अन्य प्रखंडों में प्रतिनियुक्त किया गया. कोविड टीकाकरण के लिए फिर भी हम सभी कर्मचारी अपनी सेवा देते रहे. इसके अलावा अभी मौसमी बीमारी के समय डायरिया, मलेरिया की शिकायत क्षेत्र से आने पर एएनएम पर कर्रवाई करने की बात विभाग की ओर से कही जाती है, यह गलत है. मानदेय जब तक नहीं मिलेगा धरना जारी रहेगा. मौके पर संघ की अध्यक्ष सुनिता बारी, सचिव चांदश्री बेराई, रीता नाग, चंचला कुमारी, अंजनी कुमारी आदि उपस्थित थीं.
टीकाकरण का प्रोत्साहन राशि तक नहीं मिला
कर्मचारियों ने कहा कि टीकाकारण को लेकर प्रोत्साहन राशि देने की बात स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई थी, लेकिन वह राशि भी उपलब्ध नहीं हुआ है. आग्रह है कि बकाया मानदेय का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए. ताकि हम सभी कर्मचारी अपने कार्यों को सुचारू रूप से करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण का कार्य रोस्टर तैयार कर कराया जाए, ताकि हमें भी सप्ताह में एक दिन अवकाश मिल सके.