Rajnish Prasad
Ranchi: झारखंड में विश्वविद्यालयो और कॉलेज तो बनाये जा रहे हैं लेकिन पद सृजन के बाद भी नये शिक्षकों की बहाली नहीं की जा रही है. इससे पठन-पाठन पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है. सरकार का ध्यान पहले से खाली पड़े शिक्षकों की संख्या पर नहीं जा रहा है. विश्वविद्यालयों में स्वीकृत पद से लगभग आधे से ज्यादा पद खाली हैं. समय समय पर शिक्षक बहाली के मांग भी उठती रहती है लेकिन सरकार का ध्यान इस ओर नहीं जाता. डिग्री कॉलेज कोलेबिरा, सिल्ली और खिजरी का खुलना अभी बाकी है. बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के अंतर्गत गोमिया झरिया और टुंडी में डिग्री कॉलेज खुलनी है. इन कॉलेजों में पढ़ाये जाने वाले सभी विषयों के लिए 108 शिक्षकों के पद सृजित किये गये हैं.
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विश्वविद्यालयों में शिक्षकों स्थिति
रांची विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 1144 पद स्वीकृत हैं. लेकिन कार्यरत महज 522 ही हैं. सहायक प्रध्यापकों के स्वीकृत 974 पद हैं. जिनमें कार्यरत 519 ही हैं. एसोसिएट प्रोफेसर के लिए स्वीकृत पद 123 हैं, जिसमें से कार्यरत एक भी नहीं हैं. प्रोफेसर के लिए 47 स्वीकृत पद हैं, जिनमें कार्यरत 3 ही हैं. अब तीन ये कॉलेजों के लिए 54 पद स्वीकृत किये गए हैं. विश्वविद्यालय में कॉलेज और विभाग की संख्या पढ़ रही है, शिक्षकों की बहाली नहीं हो रही है. बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में स्वीकृत पद 574 हैं, जिसमें कार्यरत 280 ही हैं. 234 पद अभी रिक्त हैं. कुछ विभाग ऐसे भी हैं जिनमें एक भी स्थायी शिक्षक नहीं है.
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