Saurav Singh
Ranchi: धनबाद के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र स्थित मुथूट फाइनेंस कंपनी में लूट की घटना को अंजाम देने आये अपराधियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में एक अपराधी मारा गया था और दो गिरफ्तार हुए थे. इस पूरे घटनाक्रम का तार पटना के बेऊर जेल से जुड़ा हुआ था. जहां जेल में बंद अपराधी राजीव सिंह बदमाशों को जेल के अंदर से ही घटना को लेकर दिशा-निर्देश दे रहा था. पुलिस के समक्ष गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया है कि राजीव सिंह घटना के समय अपराधियों को निर्देश दे रहा था कि फाइनेंस कर्मचारी अगर लॉकर की चाबी देने में देर करे तो महिला कर्मचारी का रेप कर दो. गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के समक्ष यह भी कहा है कि हर घटना से पहले राजीव सिंह संपर्क कर दिशा-निर्देश देता था, और पूरी घटना उसी के निर्देशन में होती थी.
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बिहार के रहने वाले हैं मास्टरमाइंड समेत सभी अपराधी
इस घटना का मास्टरमाइंड समेत सभी अपराधी बिहार के रहने वाले हैं. बेउर जेल में बंद मास्टरमाइंड राजीव सिंह के अलावा मारा गया अपराधी शुभम आरा जिले का रहने वाला था. इसके अलावा मो. आसिफ, शंकर ठाकुर, रविरंजन सिंह और टोकियो (समस्तीपुर), राघव उर्फ राहुल लखीसराय जिले का रहने वाला था. घटना को अंजाम देने आये सभी अपराधी पेशेवर अपराधी थे.
गिरफ्तार अपराधियों ने किये कई अहम खुलासे
मुथूट फिनकॉर्प में लूट के दौरान पकड़ा गया आसिफ गैंग लीडर राजीव का खासमखास है. पुलिस पूछताछ के दौरान आसिफ ने स्पष्ट तौर पर पुलिस को बताया है कि पिछले दिनों धनसार में गुंजन ज्वेलर्स डकैती कांड को अंजाम देने में उसके गैंग लीडर राजीव कुमार सिंह का हाथ है. उस घटना को अंजाम देने के लिए राजीव कुमार सिंह का भतीजा रम्मी कुमार सिंह गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों के साथ धनबाद आया था और घटना को अंजाम देकर यहां से आसानी से निकल गया. उसके बाद ही राजीव ने दूसरी घटना के लिए उन लोगों को (आसिफ और बाकी लोगों को) दोबारा धनबाद भेजा और उन लोगों ने काफी रेकी करने के बाद बैंकमोड़ स्थित मुथूट फिनकॉर्प में लूट की प्लानिंग की थी. इस वारदात में शामिल राघव उर्फ गुंजन छह माह पहले ही बेउर जेल से जमानत पर छूटा था.
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