Koderma : सतगांवा थाना पुलिस का अवैध शराब तस्करी में लगे वाहन को छोड़ने के नाम पर ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था. जिसे lagatar.in ने प्रमुखता से छापा था. उसके बाद से पूरे मामले को लेकर सतगांवा पुलिस पर पुलिस अधीक्षक कोडरमा ने जांच दल गठित किया था.
इसे भी पढ़ें – LAGATAR IMPACT : कोडरमा में शराब तस्करी मामले में एसपी ने दिया जांच का आदेश, डीएसपी स्तर से हो रही जांच
सतगांवा थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया
जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर रविवार को सतगांवा थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया. नए थाना प्रभारी श्याम लाल यादव बनाये गये. हालांकि जिले भर के थाना प्रभारी का स्थानांतरण किया गया है. जिन्हें 24 घंटे के अंदर प्रभार ग्रहण कर सूचना देना है. बता दें कि वहीं दूसरी ओर शराब की तस्करी जिले में लगातार जारी है. क्यों कि प्रत्येक दिन शराब लदी गाड़ियां पकड़ी जा रही है.
बता दें कि दो दिन पहले ही जिस गाड़ी को सतगांवा थाना की ओर से छोड़ दिया गया, उसी गाड़ी को सीमा क्षेत्र से सटे गोविंदपुर थाना पुलिस के द्वारा पकड़ा गया था. जिसमें से 48 पेटी शराब बरामद हुआ था.
थाना प्रभारी का लाइन हाजिर होना दिखावा मात्र
जबकि एक अलग मामले में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक बार 40 पेटी शराब पकड़ा गया था. लेकिन खाना पूर्ति के नाम पर केवल 5 पेटी ही दिखाया गया. ऐसे में कहा जा सकता है कि थाना प्रभारी सुमित साव का लाइन हाजिर होना केवल दिखावा मात्र है.
इसे भी पढ़ें – कोडरमा में ऑनलाइन पेमेंट लेकर सिपाही बांट रहा शराब तस्करी का परमिट, दारोगा ने मांगे 1.20 लाख, सुनें ऑडियो
अब बात करते हैं सुरक्षा की
सतगांवा थाना की ओर से थाना क्षेत्र के मुख्य सड़क पर स्थित बिजली के खंभे पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. इस कैमरे को लगाने का कोई मतलब ही समझ नहीं आ रहा है. क्यों कि जहां कैमरा लगा हुआ है. वो काफी कम ऊंचाई पर है. जिसका कोई फायदा नहीं है. वहीं दूसरी ओर रात में खंभे पर लगा एलईडी लाइट को बंद कर दिया जाता है. इसके बाद इस मुख्य सड़क से गुजरने वाली वाहनों पर अंधेरे में नजर रख पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाता है.
शराब भट्टी चलने से अपराधियों का मनोबल बढ़ता है
ऐसा प्रतीत होता है कि सतगांवा पुलिस जानबूझकर शराब तस्करी को बढ़ावा दे रही है. बता दें कि थाना क्षेत्र के कई गांव ऐसे हैं जहां पर शराब की भट्टी भी संचालित है. जिस पर किसी भी तरह का अंकुश नहीं लगाया जाता है. इस वजह से आसपास में कार्य कर रहे अपराधियों का मनोबल भी बढ़ा हुआ है. ज्ञात रहे कि सतगांवा थाना क्षेत्र कोडरमा जिले का सबसे संवेदनशील प्रखंड में आता है.
इसे भी पढ़ें – भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने Quad सम्मेलन का जिक्र किया, चीनी घुसपैठ पर युद्ध की तैयारी करने को कहा
पुलिस के नाक के नीचे चलती है शराब भट्टी
इसी क्षेत्र में लगभग 15 वर्ष पहले नक्सलियों द्वारा पुलिस पेट्रोलिंग वैन को आईडी ब्लास्ट कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया था, जिसके बाद उसमें सवार लगभग 10 जवान की जान चली गई थी. ऐसे में थाना के समीप सीआरपीएफ कैंप स्थाई रुप से स्थापित है.जो समय-समय पर गस्ती कर आसपास के गांव और जंगलों पर नजर रखती है. ऐसे में नाक के नीचे शराब की भट्टी चलना समझ से परे है.
जांच की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपा जायेगा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक राजनीतिक महिला थाना प्रभारी को मदद के नाम पर उच्च अधिकारियों से बात भी कर रही थी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद से सी आई डी की जांच भी जारी है.जो अपना रिपोर्ट रांची मुख्यालय को सौंपेगी.
इसे भी पढ़ें – इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में वित्त मंत्री ने पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने, डिजिटल करेंसी, निवेश पर अपनी राय रखी