Vinit Upadhyay
Hazaribagh : लगातार डॉट इन की खबर का एक बार फिर असर हुआ है. हजारीबाग जिले में 36 घंटे के भीतर हाथी के हमले में 4 लोगों की मौत वाली खबर चलने के के बाद कुम्भकर्णी नींद में सोए हजारीबाग वन विभाग की नींद अब खुली है. मंगलवार को लगातार डॉट इन पर प्रकाशित खबर “36 घंटे में हाथी ने ली 4 की,जान सूचना देने पर डीएफओ बोले-फालतू कहानी मत सुनाइए हम नहीं रोक सकते” शीर्षक खबर प्रकाशित की गई थी. जिसके बाद मंगलवार रात को सदर वन क्षेत्र में सभी वनरक्षियों ने पेट्रोलिंग और लोगों को जागरूक किया. वनरक्षियों ने लोगों को बताया कि अगर हाथी गांव में आ जाये तो उसे कैसे भगाये.
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डीएफओ ने की बैठक
इसके बाद हजारीबाग सदर वन क्षेत्र के डीएफओ ने इलाके के वनरक्षियों और वनपाल के साथ बैठक की. उन्हें क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाने, हाथी भगाने के लिए प्रशिक्षित दस्तों के साथ इलाकों में गश्ती बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. हजारीबाग वन विभाग ने इलाके के वन विभाग के सभी कर्मचारियों के पदाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है. जिन इलाकों में हाथियों के हमले की घटनाएं हुई हैं. उन इलाकों में वन विभाग के पदाधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं.
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इन इलाकों के लोग हाथियों से है परेशान
बता दें कि हज़ारीबाग जिले के जिन इलाकों में जंगली हाथी ने सबसे ज्यादा खौफ फैलाया है उसमें डेमोटांड, हुपाद, पारतुंबा,हरहद, तुंबा, मोरांगी, चपवा,पौता, भेलवारा, सलैया, तुरांव, गुरहेत, रेवार, डहवा,पौता, चंदवार शामिल हैं. इसके अलावा कोडरमा के सीमावर्ती इलाकों में भी हाथियों के हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं. जिन इलाकों में हाथी और ग्रामीणों की भिड़ंत हो रही है वो इलाके एलिफेंट कॉरिडोर के रूप में चिन्हित हैं. ऐसे में अगर इन इलाकों में पूर्व से ही व्यवस्था मुकम्मल नहीं की गयी तो भविष्य में और भी कई जानें जा सकती हैं.
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