Vinit Upadhyay
Hazaribag : हजारीबाग के सदर इलाके में इन दिनों लोग एक हाथी से काफी परेशान है. जिसकी समस्या लेकर ग्रामीणों DFO के पास पहुंचे. लेकिन DFO के जवाब सुनकर ग्रामीणों के साथ- साथ आप भी हैरान हो जायेंगे. जानकारी के अनुसार सदर इलाके में पिछले कुछ दिनों से एक हाथी ने काफी उत्पात मचाकर रख दिया है. उस हाथी ने 36 घंटे में चार लोगों की जान ले ली है. जबकि कई खेतों और मकान को नुकसान पहुंचाया है.
जब ग्रामीणों ने घटना की जानकारी देने के लिए डीएफओ आर एन मिश्रा को फोन किया तो उन्होने कहा कि इलाके में 7 वनरक्षी तैनात हैं, जो पुरे क्षेत्र को देख रहे हैं. फालतू कहानी सुनाने के लिए मुझे फोन न करें, हम ये सब बात नहीं सुनना चाहते हैं, घटना नहीं रुक रही इसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं.
इसे भी पढ़ें – घाटशिला: अनुमंडल अस्पताल जा रहे दो युवकों की हादसे में मौत, ट्रेलर के नीचे आई बाइक
वनरक्षियों के पास नहीं है कोई सुविधा
लोगों ने बताया कि इस इलाके में हाथी द्वारा पहुंचाये जा रहे नुकसान के लिए अधिकारियों द्वारा फिल्ड विजिट की कमी, हाथी भगाने के लिए दस्ते का गठन और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार प्रसार की कमी शामिल है. साथ ही सबसे बड़ी परेशानी पेट्रोलिंग के लिए वाहन न होना भी शामिल है. वनरक्षियों के पास न तो हाथी को भगाने के लिए मशाल की सुविधा है और न ही पटाखों की.
इसे भी पढ़ें –टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने की दूसरी शादी! फोटो से हुआ खुलासा
वनरक्षी अपने वेतन के पैसों से करते है पेट्रोलिंग
वन विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इलाके में हाथी के आने की सूचना मिलने के बाद सदर वन क्षेत्र पदाधिकारी यानी आरएफओ सत्येंद्र कुमार चौधरी को फोन किया जाता है, तो वो न तो फोन उठाते हैं और न ही फोन का जवाब देते हैं. वनरक्षियों को क्षेत्र में पेट्रोलिंग भी अपने वेतन के पैसों से करनी पड़ रही है. और वरीय अधिकारी ज्यादातर समय बिना छुट्टी के इलाके से गायब रहते है.
इसे भी पढ़ें –हाटगम्हरिया: डोमकेसाई गुदड़ी बाजार से लौटने के दौरान पेड़ से टकराई बाइक, एक की मौत
इन इलाकों में हाथी ने मचाया उत्पात
बता दें कि हज़ारीबाग जिले के कई इलाकों में हाथी ने खौफ फैलाया है उसमें डेमोटांड, हुपाद, पारतुंबा,हरहद, तुंबा, मोरांगी, चपवा,पौता, भेलवारा, सलैया, तुरांव, गुरहेत, रेवार, डहवा,पौता, चंदवार शामिल हैं. जिन इलाकों में हाथी और ग्रामीणों की भिड़ंत हो रही है वो इलाके एलिफेंट कॉरिडोर के रूप में चिन्हित हैं. ऐसे में अगर इन इलाकों में पूर्व से ही व्यवस्था मुकम्मल नहीं की गयी, तो भविष्य में और भी कई जानें जा सकती हैं.
इसे भी पढ़ें –चाईबासा : मां दुर्गा का अष्ट कलश से स्नान ध्यान के बाद नवपत्रिका की गई स्थापित
फोन उठाना तक मुनासिब नहीं समझा
लगातार की टीम ने इस पुरे घटनाक्रम के बाद हज़ारीबाग डीएफओ आर एन मिश्रा और सदर आरएफओ सत्येंद्र कुमार चौधरी से जानकारी लेने के लिए उन्हें फोन भी किया लेकिन उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा.
इसे भी पढ़ें –धनबाद जेल में बंद सुजीत सिन्हा के इशारे पर हुई थी पलामू रेलवे साइट पर गोलीबारी