Arjun Viswakarma
Latehar: बरवाडीह प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा के तहत निर्माण हुए कई डोभा में पानी नहीं है. पानी नहीं रहने से लाभुकों को फसल में पटवन करने में परेशानी हो रही है. जिससे किसानों को डोभा निर्माण का उतना लाभ नहीं मिल पा रहा है. डोभा निर्माण में सरकार के खर्च हुए लाखों रुपए उपयोगी साबित नहीं हो पा रही है. हालांकि कई डोभा में पानी भी रहने और उससे किसानों के द्वारा खेती करने की भी बात कही जा रही है.
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बताया जाता है कि विभिन्न पंचायतो में किसानों को खेती करने और पानी की समस्या को खत्म करने की सोच के साथ मनरेगा के तहत करीब 190 डोभा का निर्माण किया गया है. लेकिन उपयोगी स्थल चयन में अनदेखी के कारण लगभग 40 प्रतिशत डोभा में पानी नहीं है. बताया जाता है कि ऊंचे स्थल पर बने डोभा में सिर्फ बारिश का पानी जमा हो पता है. जो कुछ ही दिनों में सूख जाता है. पास का बहता हुआ पानी उसमें जमा नहीं हो पाता है. इससे किसानों को मायूसी हाथ लगती है. मनरेगा के प्रभारी बीपीओ मो0 आलम ने कहा कि अभी मैं सारे पंचायतो में निर्मित डोभा को नहीं देख पाया हूं. ऊंचे स्थान पर जो डोभा बना होगा, उसमें पानी नहीं रहने की संभावना हो सकती है. डोभा को देखने के बाद ही इस बारे में कुछ बता सकता हूं.
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