LagatarDesk : टाटा ग्रुप ने कुछ दिन पहले तुर्की के Ilker Ayci को एयर इंडिया का सीईओ नियुक्त किया है. लेकिन उनकी नियुक्ति खतरे में पड़ सकती है. क्योंकि माना जा रहा है कि Ilker Ayci का एर्दोआन कनेक्शन है. ऐसे में Ilker Ayci की एयर इंडिया में नियुक्ति को सरकार की तरफ से हरी झंडी मिलने पर संशय है. जानकारी के अनुसार, Ilker Ayci तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन के करीबी माने जाते हैं. वहीं एर्दोआन पाकिस्तान के करीबी दोस्त हैं. एर्दोआन ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कई बार कश्मीर का मुद्दा उठाया है.
टाटा ने नियुक्ति को हरी झंडी देने के लिए किया आवेदन
अधिकारियों के मुताबिक, टाटा ने Ilker Ayci की नियुक्ति को हरी झंडी देने के लिए सरकार के पास आवेदन किया है. एक अधिकारी ने कहा कि भारत और तुर्की के संबंधों को देखते हुए सरकार को इसमें कई बातों पर गौर करना होगा. उनकी नियुक्ति सरकार के दृष्टिकोण पर निर्भर करेगा.
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आइसी और अल कायदा के फाइनेंसर के कनेक्शन का दावा
एक रिपोर्ट में आइसी और अल कायदा के एक कथित फाइनेंसर के बीच कनेक्शन का दावा किया गया था. लेकिन टाटा संस को इसकी जानकारी नहीं थी. अधिकारी का कहना है कि टाटा को यह मामला तब पता चला जब आइसी की नियुक्ति की घोषणा हो चुकी थी.
एर्दोआन के एडवाइजर रह चुके हैं आइसी
जानकारी के अनुसार, आइसी करीब दो दशक पहले एर्दोआन के एडवाइजर रह चुके हैं. तब एर्दोआन इस्तांबुल के मेयर थे. कश्मीर मुद्दे पर एर्दोआन ने कई बार पाकिस्तान का समर्थन किया है. एर्दोआन ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की है. उसने भारत पर कश्मीर में अत्याचार के आरोप भी लगाते रहे हैं.
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टाटा संस को वैकल्पिक प्लान तैयार रखने की जरूरत
मालूम हो कि टाटा संस जल्द एयर इंडिया के लिए नया सीईओ लाना चाहती है. लेकिन सरकार को सावधानी के साथ सोच विचार करना होगा. सूत्र ने कहा कि अगर Ilker Ayci की नियुक्ति को सरकार की तरफ से हरी झंडी नहीं मिलती. तो टाटा संस को वैकल्पिक प्लान तैयार रखना पड़ सकता है.
गृह मंत्रालय आइसी के बैकग्राउंड की करेगा जांच
जानकारी के अनुसार, हाल में खबर आयी थी कि गृह मंत्रालय आइसी के बैकग्राउंड की जांच करेगा. आइसी के बैकग्राउंड वेरिफिकेशन में केंद्रीय गृह मंत्रालय रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) से मदद ले सकता है. आइसी साल 2015 से 2021 तक टर्किश एयरलाइंस के सीईओ थे.
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