Chhattisgarh : मंगलवार देर रात नक्सलियों ने किरंदुल-कोत्तावालस रेललाइन के किरंदुल रेलखंड में मालगाड़ी के इंजन में आग लगा दी है. नक्सलियों ने आग लगाने से पहले मालगाड़ी के चालक, सहायक चालक और गार्ड से वाकीटाकी छीना फिर उन्हें धमकी देकर वहां से भगा दिया. रेलमंडल प्रबंधक वाल्टेयर अनूप कुमार सतपथी ने बताया है कि रेल अधिकारियों और सुरक्षाबल को घटनास्थल के लिए भेजा गया है. घटना को अंजाम देने में भाकपा माओवादी की पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी का हाथ है.
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नक्सलियों ने चालक, सहायक चालक और गार्ड को मौके से भगाया
जानकारी के मुताबिक बचेली स्टेशन से डेढ़ किलोमीटर आगे भांसी की ओर बीती रात करीब 8.40 बजे करीब 150 नक्सलियों में मालगाड़ी को रेड लाइट दिखाकर रुकवा दी. ट्रेन के रुकते ही चालक, सहायक चालक और गार्ड को नीचे उतरने को कहा और जान से मारने की धमकी देखकर वहां से भगा दिया. इसके बाद नक्सलियों ने मालगाड़ी के इंजन पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली मौके से फरार हो गये. चालक समेत अन्य ने जंगल के रास्ते भागकर बचेली स्टेशन पहुंचा और घटना की जानकारी दी. बता दें कि मालगाड़ी किरंदुल से लौह अयस्क भरकर विशाखापट्नम जा रही थी.
बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने जब घटना को अंजाम दिया उससे करीब 20 मिनट पहले ही यहां से विशाखापटनम-किरंदुल एक्सप्रेस गुजरी थी. यात्री ट्रेन के बचेली पहुंचने के बाद मालगाड़ी को रवाना किया गया था. इस घटना के बाद दंतेवाड़ा-किरंदुल के बीच रेल आवागमन ठप हो गया है.
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घटना के तीन घंटे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची
बताया जा रहा है कि जहां नक्सलियों ने घटना को अंजाम किया है उसी के आधा किलोमीटर की दूरी पर सीआरपीएफ कैंप है. घटना के तीन घंटे बाद एसडीओपी किरंदुल व सीआरपीएफ कमांडेंट बचेली के नेतृत्व में 500 जवानों जिसमे पुलिस, रेलवे विशेष सुरक्षा बल कोरस और सीआरपीएफ शामिल थी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद आज सुबह 5 बजे मालगाड़ी को बचेली स्टेशन ले जाया गया. जिसके बाद रेललाइन पर आवागमन दोबारा शुरू हो गया है. नक्सल घटना को देखते हुए 24 फरवरी तक जगदलपुर-किरंदुल के बीच दोनों यात्री ट्रेन का परिचालन रोक दिया गया है. मालगाड़ियों की आवाजाही जारी रहेगी.
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