Ranchi : हटिया-आनंद विहार झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस और हटिया एलटीटी एक्सप्रेस के रेक एलएचबी रेक में बदल दिए गए हैं. एलएचबी कोच होने से यात्रियों का सफर सुरक्षित होगा. इन कोचों की सीट संख्या भी पारंपरिक कोचों की तुलना में अधिक है. इससे ट्रेन में अधिक संख्या में यात्री सफर कर सकेंगे. जर्मन की एलएचबी तकनीक ( लिंक हाफमैन बुश) से बने यह कोच पारंपरिक कोचों की तुलना में हल्के हैं.
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एलएचबी कोच पारंपरिक कोच की तुलना में हल्के हैं
रेल अधिकारियों के अनुसार एलएचबी कोच पारंपरिक कोच की तुलना में हल्के हैं. खासकर दुर्घटनाओं के दौरान इन कोच के यात्री अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित है. गंभीर दुर्घटना होने पर भी इनके कोच एक दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते. इससे जानमाल की क्षति की संभावना काफी कम हो जाती है. साथ ही इसके स्लीपर बोगी में 72 की तुलना में 80 सीट होते हैं. इससे अब अधिक यात्री सफर कर सकेंगे.
रेल मंडल रांची और हटिया से चल रही लंबी दूरी की ट्रेनों को एलएचबी कोच में बदलने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है. रेक उपलब्धता के आधार पर इन प्रमुख ट्रेनों को एलएचबी रेक में परिवर्तित किया जा रहा है. राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस को सबसे पहले एलएचबी रेक में परिवर्तित किया गया था.