Ranchi : अनुबंधकर्मियों के स्थायीकरण के विरोध, सरना धर्म कोड समेत अन्य मुद्दों को लेकर 27 जनवरी को राजभवन के समक्ष महाधरना दिया जाएगा. धरना के बाद राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा. यह निर्णय मंगलवार को राष्ट्रीय आदिवासी समाज सरना धर्म रक्षा अभियान के बैनर तले हुई आदिवासी संगठनों की बैठक में लिया गया. कहा गया कि अनुबंधकर्मियों का स्थायीकरण किसी भी कीमत पर होने नहीं दिया जाएग. क्योंकि इन नियुक्तियों में न तो आरक्षण नीति का पालन हुआ है और न ही किसी अन्य नीति-नियम का. ये तमाम नियुक्तियां अवैध हैं. सरकार को थर्ड एवं फोर्थ ग्रेड में सीधी नियुक्तियां शुरू करनी चाहिए. बैकलॉक को चिन्हित कर नियुक्ति शुरू की जानी चाहिए.
अन्य संवैधानिक अधिकारों के मुद्दे भी उठाये जायेंगे
बताया गया कि महाधरना में जनजातीय परामर्श दातृ समिति की स्थिति, आदिवासियों की जमीन पर अवैध कब्जा, वन पट्टा कानून तथा आदिवासियों के अन्य संवैधानिक अधिकारों के मुद्दे भी उठाये जायेंगे. बैठक की अध्यक्षता सरना धर्मगुरू बंधन तिग्गा ने की. बैठक में राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा, सरना धर्म सोतो समिति, राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ, केंद्रीय सरना संघर्ष समिति, केंद्रीय सरना समिति, झारखंड आदिवासी संयुक्त मोर्चा, सरना संगोम समिति के डॉ करमा उरांव, रंथू उरांव, कमले उरांव, रवि तिग्गा, संगम उरांव, शिवा कच्छप, नारायण उरांव, बलकू उरांव, एतवा किस्पोट्टा, रेणु तिर्की, दिनेश उरांव, बिहारी उरांव उपस्थित थे.
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