Mumbai : महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी सरकार संकट में दिख रही है. शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने कुछ विधायकों के साथ बगावत कर दी है. पार्टी के संपर्क से दूर हैं. उन्होंने गुजरात के सूरत में एक होटल में डेरा डाल लिया है. शिंदे के बागी तेवर को देखते हुए शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है. हालांकि उन्हें मनाने की भी कोशिश हो रही है. सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिंदे से फोन पर बात हुई है. दोनों नेताओं के बीच करीब 15 मिनट तक चर्चा चली. शिंदे और शिवसेना के कुछ अन्य विधायकों के अचानक गायब हो जाने के बाद उद्धव को मुंबई में अपने आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ पर पार्टी नेताओं और विधायकों की आपात बैठक की. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सीएम ठाकरे ने कहा कि सरकार पर कोई संकट नहीं है.
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महा विकास आघाडी की स्थिरता सवालों के घेरे में
इससे पहले सोमवार को हुए विधान परिषद चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग’ होने की आशंकाओं के बीच एकनाथ शिंदे के कदम से राज्य में सत्तारूढ़ महा विकास आघाडी की स्थिरता सवालों के घेरे में आ गई है. शिंदे ने ट्वीट कर कहा, ”हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं… बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है. बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और न कभी धोखा देंगे.”
प्रस्ताव आया, तो विचार करेंगे- फडणवीस
वहीं शिंदे के चौंकाने वाले कदमों के बीच पूर्व सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में डेरा डाले हैं. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के हलचल को लेकर हाईकमान से चर्चा होगी. हालांकि महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से उनकी पार्टी का कोई भी संबंध होने से इनकार किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर शिंदे सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर आते हैं, तो भाजपा इस पर ‘जरूर विचार करेगी.’
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तीसरी बार सरकार गिराने का प्रयास- पवार
इधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में तीसरी बार सरकार गिराने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह शिवसेना का आंतरिक मामला है. दूसरी ओर शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात से ऑपरेशन लोटस चलाया जा रहा है. राउत ने कहा कि विधायकों के परिजनों ने बताया कि उनके घर के सदस्यों का अपहरण हुआ है. पुलिस इस पर कार्रवाई करे. सरकार ढाई साल का कार्यकाल पूरा करेगी, किसी को उपचुनाव नहीं चाहिए.
किसके कितने विधायक
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 106, शिवसेना के 55, एनसीपी के 53, कांग्रेस के 44, बहुजन विकास आघाडी के तीन और समाजवादी पार्टी, एआईएमआईएम व प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो-दो विधायक हैं. वहीं, मनसे, माकपा, पीडब्लूपी, स्वाभिमानी पक्ष, राष्ट्रीय समाज पार्टी, जनसुराज्य शक्ति पार्टी और क्रांतिकारी शेतकारी पक्ष के पास राज्य विधानसभा में एक-एक विधायक हैं. महाराष्ट्र विधानसभा में निर्दलीय विधायकों की संख्या 13 है. एमवीए के अन्य घटक दलों, राकांपा और कांग्रेस के नेताओं ने हालांकि दावा किया कि राज्य सरकार की स्थिरता पर कोई खतरा नहीं मंडरा रहा है.
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