Kolkata : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता महुआ मोइत्रा को विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा) उल्लंघन मामले में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने समन भेजकर आज पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन नो ईडी के समक्ष पेश नहीं होंगी. महुआ मोइत्रा ने कृष्णानगर लोकसभा क्षेत्र में प्रचार का हवाला दिया है. इस मामले में ईडी ने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को भी नया समन जारी कर 28 मार्च को तलब किया था. ईडी ने महुआ मोइत्रा को दो बार समन जारी किया था. लेकिन वह आधिकारिक काम का हवाला देकर किसी भी समन पर ईडी के समक्ष पेश नहीं हुईं. बता दें कि टीएमसी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से महुआ मोइत्रा को फिर से उम्मीदवार घोषित किया है.
TMC leader Mahua Moitra opts to skip the summons from the Enforcement Directorate (ED) today, due to her presence in her constituency for her ongoing election campaign. She has been summoned by the ED in connection with an alleged cash-for-query case.
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— ANI (@ANI) March 28, 2024
मोइत्रा को रिश्वत लेकर सवाल पूछने के मामले में लोस से किया गया था निष्कासित
महुआ मोइत्रा को रिश्वत लेकर सवाल पूछने के मामले में दिसंबर में लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था. भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर रिश्वत लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया था. साथ ही भ्रष्टाचार रोधी संस्थान लोकपाल को शिकायत की थी. निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने उद्योगपति गौतम अडाणी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य लोगों पर निशाना साधने के लिए दुबई के कारोबारी हीरानंदानी से नकदी और उपहार हासिल कर सदन में सवाल पूछे थे. जिसके बाद लोकपाल ने सीबीआई को इन आरोपों की जांच करने के निर्देश थे. इसके बाद सीबीआई ने इस संबंध में मोइत्रा के ठिकानों पर छापेमारी की थी. हालांकि मोइत्रा ने इन आरोपों से इनकार किया था. उन्होंने दावा किया था कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. क्योंकि उन्होंने अडाणी समूह को लेकर सवाल उठाये थे.