Ranchi: पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय (निगरानी) विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा है. सरयू ने कहा है कि अगर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने उनके खिलाफ प्राथमिक जांच करने की मांग की है, तो विभाग जल्द से जल्द आरोपों की जांच करने का आदेश एसीबी को दे. कहा कि अगर विभागीय जांच में उनपर लगाए गए आरोप आधारहीन पाये जाते हैं, तब भी एसीबी को इसकी गहन जांच करने का आदेश दिया जाए और एक समय सीमा के भीतर जांच पूरा करना सुनिश्चित किया जाये.
सरयू राय ने कहा कि बेहतर होगा इस मामले में पीई दर्ज करने के बदले एफआईआर दर्ज करने का आदेश एसीबी को दिया जाये. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ हुए एसीबी जांच की रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ भी मुकदमा दायर करने की मांग की. उन्होंने कहा कि एसीबी ने मेनहर्ट घोटाला में रघुवर दास एवं अन्य की भूमिका के बारे में जांच पूरा कर 1 साल पहले ही रिपोर्ट जमा कर दिया है. जांच में रघुवर दास को अभियुक्त नंबर वन बनाया गया है. इसपर विभाग ने महाधिवक्ता से राय भी मांगी है. इसलिए इस मामले में एसीबी को आगे की कार्रवाई करने का आदेश दिया जाये.
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उन्होंने कहा कि 2016 में हुए झारखंड राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में टॉफी टी-शर्ट बांटने और सुनिधि चौहान का कार्यक्रम कराने में भ्रष्टाचार हुआ था. यह भ्रष्टाचार रघुवर दास और जमशेदपुर में रहने वाले उनके करीबियों ने मिलकर किया था. इसकी जांच भी एसीबी कर चुकी है. सरयू ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि रघुवर दास और अन्य आरोपियों पर भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध हो चुके हैं, इसलिए इस पर भी कार्रवाई हो.