New Delhi : ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे के बाद घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचीं पूर्व रेल मंत्री और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के सामने ही सवालों की बौछार कर दी. ममता बनर्जी ने दोनों मंत्रियों के सामने ही मरने वालों की संख्या पांच से ज्यादा होने की आशंका जताई. इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तुरंत आपत्ति जताई, उन्होंने कहा कि आधिकारिक आंकड़ा सामने है. मरने वालों की संख्या 238 की पुष्टि हुई है. देर शाम तक मरने वालों की संख्या 288 तक पहुंच गई है.
एंटी कोलिजन डिवाइस के काम नहीं करने पर उठाया सवाल
ममता बनर्जी ने कहा कि यह इस सदी की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना है. इसकी उचित जांच होनी चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि एंटी कोलिजन डिवाइस (टक्कर-रोधी सिस्टम) काम क्यों नहीं करता है? उन्होंने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस में टक्कर रोधी सिस्टम नहीं लगा था. जब मैं रेल मंत्री थी, तब मैंने ट्रेनों में यह सिस्टम लगाने की कवायद की थी. इस सिस्टम की वजह से एक ही ट्रैक पर चलने वाली ट्रेनें एक निश्चित दूरी पर रुक जाती थीं. अब, जब आप (अश्विनी वैष्णव) यहां हैं तो मैं यह बताना चाहती हूं कि इस ट्रेन में कोई सिस्टम नहीं लगा था. इस तरह की तकनीक के कार्यान्वयन से इस घटना को टाला जा सकता था.
बंगाल के मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख मुआवजा देंगी ममता
ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार दुर्घटना में मारे गए पश्चिम बंगाल के यात्रियों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देगी. उन्होंने रेलवे और ओडिशा सरकार को अपनी सरकार की ओर से पूरी मदद की पेशकश भी की. उन्होंने कहा कि हम घायलों की मदद के लिए पहले ही 70 एंबुलेंस, 40 डॉक्टर और नर्स भेज चुके हैं.
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