Manoharpur (Ajay Singh) : मनोहरपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली लौह अयस्क की ढुलाई को लेकर शुक्रवार को मनोहरपुर साइडिंग स्थित सेल गेस्ट हाउस में त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित हुई. इसमें सेल, ठेका प्रबंधन एवं जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे. इसमें मुख्य मुद्दा मीना बाजार से गेंडुम भाया पोंगा जंक्शन से होकर चिरिया(सेल) धोबिल खदान तक की निर्माणाधीन सड़क से लौह अयस्क ढुलाई कैसे की जाय इस मुद्दे पर चर्चा हुई. इस मुद्दे पर सभी ने अपनी-अपनी राय रखी.
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मूलभूत सुविधा के साथ रोजगार देने की मांग
ग्रामीणों का कहना था कि प्रभावित क्षेत्र के लोगों के प्रति जिम्मेदारी चिरिया (सेल) या ठेका प्रबंधन ने कभी भी नहीं दिखाई. सेल के खदान से होने वाले प्रदूषण से ग्रामीण लालपानी पीने को मजबूर है. लालमिट्टी से कृषिभूमि बंजर भूमि में तब्दील हो गई है. रोजगार के अभाव में स्थानीय लोग अन्य राज्यों में पलायन को मजबूर है. जिससे यहां के लोगों में भारी नाराजगी है. ग्रामीणों ने क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं रोजगार की व्यवस्था करने की मांग रखी है. वहीं, डीएवी स्कूल में निःशुल्क शिक्षा देने, सेल द्वारा बंद माइंसों को शुरू करने, एबुंलेंस, डीप बोरिंग, प्रभावित क्षेत्रों के पढ़े-लिखे युवाओं को शिक्षक में बहाल करने, कौशल विकास की ओर से आईटीआई प्राप्त युवाओं कौ नौकरी देने, पीएमजीएसवाई सड़क में सिर्फ एम्टी गाड़ी चलाने की मांग की है.
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ग्रामीणों को सेल सीजीएम से मिला आश्वासन
ग्रामीण के इन मांगो को लेकर चिरिया सेल के सीजीएम कमल भास्कर ने कहा कि आपकी मांग जायज़ है. इस संबध में सेल प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा. मौके पर मौजूद प्रभारी एसडीओ पोड़ाहाट चक्रधरपुर ललन कुमार ने कहा कि सेल से जो भी ग्रामीणों ने मांग की है उनपर अमल किया जाएगा. बैठक में पोड़ाहाट एसडीओ ललन कुमार, चिरिया (सेल) के सीजीएम कमल भास्कर, बीडीओ हरी उराँव, एलआरओ रतन पत्री, डॉ .राजकुमार, मुखिया पूजा कुजूर, शंकर सिंह मुंडारी, राजा सुरीन, मुंडा रामचंद्र हेमब्रोम समेत प्रभावित क्षेत्र के छह गाँव के सैकड़ों ग्रामीण महिलाएं पुरुष एवं युवक उपस्थित थे.