Ranchi : पारसनाथ पहाड़ ”मरांग बुरु” बचाओ यात्रा 17 जनवरी से जमशेदपुर से शुरू होगा. इसका नेतृत्व पूर्व सांसद एवं आदिवासी सेंगल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू करेंगे. सालखन मुर्मू ने बताया कि “मरांग बुरु बचाओ भारत यात्रा” 17 जनवरी को जमशेदपुर से शुरू होगी. 18 जनवरी को रांची, 19 जनवरी को रामगढ़, 20 जनवरी को हजारीबाग, 21 जनवरी को जामताड़ा, 22 जनवरी को दुमका और 23 जनवरी को गोड्डा में यात्रा निकाली जायेगी. इस यात्रा में देश के विभिन्न राज्यों के आदिवासी बहुल जिलों में जनसभा करके जनता को जागरूक करेंगे. इस यात्रा का समापन फरवरी के अंत में होगा. (पढ़ें, झारखंड में जिस विभाग के पास साक्ष्य जुटाने की जिम्मेदारी वही है नेतृत्व विहीन)
झारखंड सरकार ने मरांग बुरु को जैनों को सौंपने का किया है काम
सालखन मुर्मू ने कहा कि झारखंड के गिरिडीह जिले में अवस्थित पारसनाथ पहाड़ अर्थात ”मारंग बुरू” आदिवासियों का ईश्वर है. जिसे जैन धर्मावलंबियों ने हड़प लिया है. झारखंड सरकार ने पांच जनवरी को भारत सरकार को प्रेषित पत्र देकर मरांग बुरु जैनों को सौंपने का काम किया है. झारखंड सरकार ने दुनिया भर के आदिवासियों के साथ धोखा किया है. यह आदिवासियों के लिए अयोध्या के राम मंदिर से कम महत्वपूर्ण नहीं है. मरांग बुरु की रक्षा आदिवासी अस्तित्व, पहचान और हिस्सेदारी की रक्षा है. इस यात्रा के दौरान 2023 में हर हाल में सरना धर्म कोड की मान्यता, कुड़मी एसटी का मामला, झारखंड में प्रखंडवार नियोजन नीति लागू करना और देश के सभी पहाड़-पर्वतों को आदिवासियों को सौंपने का मामला सहित अन्य मुद्दों पर प्रकाश डाला जायेगा. इसकी जानकारी राष्ट्रपति को दी गयी है.
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30 जनवरी को 5 प्रदेश के 50 जिलों में होगा प्रदर्शन
सालखन मुर्मू मुर्मू ने बताया कि प्रथम स्वतंत्रता संग्रामी तिलका मुर्मू की जन्म जयंती 11 फरवरी को है. इस दिन रांची के मोरहाबादी मैदान में मारंग बुरु-सरना महाधरना का आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया जायेगा. वहीं डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती (14 अप्रैल) पर राष्ट्रीय आदिवासी एकता महासभा का आयोजन किया जायेगा. सेंगेल के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 17 जनवरी को 5 प्रदेशों के 50 जिला मुख्यालयों में मरांग बुरु बचाओ के लिए धरना प्रदर्शन किया जायेगा और राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जायेगा. वहीं 30 जनवरी को 5 प्रदेशों के 50 जिला मुख्यालयों में सरना धर्म कोड की मान्यता और अन्य आदिवासी मामलों के लिए मशाल जुलूस निकाला जायेगा.
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आज सरना प्रार्थना सभा का किया गया आयोजन
आज यानी 15 जनवरी की सुबह सरना प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. जिसमें सीताराम माझी, बिरसा मुर्मू, सालखन मुर्मू, सुमित्रा मुर्मू के अलावे जूनियर मुर्मू, वासुदेव मुर्मू, अर्जुन मुर्मू, भागीरथी मुर्मू, छिता मुर्मू, सिदो मुर्मू, रामराय मुर्मू,सोनोत बास्के, ममता टुडू, जयललिता टुडू, मंगल अलडा, सीतामणी हांसदा, माईनो हांसदा आदि उपस्थित रहे.
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