Chakradharpur: चक्रधरपुर प्रखंड अंतर्गत बाईपी पंचायत के उटूटूवा गांव में बुधवार को झारखंड आंदोलनकारी शहीद टीकुट लागुरी का 37वां शहादत दिवस मनाया गया. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक शशि भूषण सामड पहुंचे. उन्होंने शहीद टीकुट लागुरी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
सामड ने कहा कि झारखंड को राज्य का दर्जा दिलाने में आंदोलनकारी शहीद टीकुट लागुरी का अहम योगदान है. अलग राज्य की मांग की लड़ाई लड़ते हुए जान चली गई. आज उनके शहादत से हमें अलग राज्य प्राप्त हुआ है. उन्हें सम्मान देना हमारा कर्तव्य है. उन्होंने हेमंत सरकार से झारखंड आंदोलनकारी शहीद टीकुट लागुरी व पातोर बोदरा को सम्मान और परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग की.
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बता दें कि बिहार से झारखंड को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर टीकुट लागुरी व पातोर बोदरा ने आंदोलन शुरू किया था. आंदोलन के दौरान 1984 में उटूटूवा गांव के जंगलों में टीकुट लागुरी व पातोर बोदरा को पुलिस ने गोली मार दी थी. इससे टीकुट लागुरी घटना स्थल पर ही शहीद हो गए थे. जबकि पातोर बोदरा के जांघ में गोली लगी थी. उनकी मृत्यु 1986 में हुई थी. प्रत्येक वर्ष 24 नवंबर को उटूटूवा गांव में झारखंड आंदोलनकारी शहीद टीकुट लागुरी व शहीद पातोर बोदरा का शहादत दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर ग्रामीण एकजुट होकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. मौके पर रमेश कोड़ा, मंगल बोदरा, केदार बानरा और नारायण जोको समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
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