Ranchi : झारखंड में हाल के दिनों में चिकित्सकों पर हो रहे हमले को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और झारखंड स्वास्थ्य सेवा संघ (झासा) के संयुक्त आह्वान पर राज्य भर के चिकित्सक 24 घंटे के कार्य बहिष्कार पर हैं. डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार पर जाने से चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गयी है. मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इलाज के लिए मरीज हलकान हैं. रिम्स के ओपीडी में सुबह 8 से 9 बजे तक अलग-अलग विभागों के लिए 129 पर्ची कटी. जबकि इनमें सिर्फ 17 मरीज ही डॉक्टर से दिखा सके. फिर आईएमए-झासा के पदाधिकारी ओपीडी में पहुंचकर ओपीडी बंद कराने लगे. मेडिसिन के डॉ. बी कुमार ने भी विरोध का समर्थन किया, लेकिन ओपीडी में बैठे रहे. 7-8 मरीज पहुंचे, जिनका उपचार भी किया.
इमरजेंसी सेवा पूरी तरह चालू रही
इधर, अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा पूरी तरह चालू रही. इमरजेंसी में मरीजों को परेशानी न हो, इसके लिए डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ व अन्य पूरे मुस्तैदी से डटे रहे. हड़ताल के दौरान सेंट्रल इमरजेंसी में 162 मरीजों का उपचार किया गया. लेबर रूम में 29 गर्भवती महिलाओं का उपचार हुआ. नियोनेटल इमरजेंसी और पीडियाट्रिक इमरजेंसी में 31 रोगियों का इलाज हुआ, जबकि पीडियाट्रिक सर्जरी इमरजेंसी व कार्डियोलॉजी इमरजेंसी में 16 मरीजों को भर्ती किया गया.
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