Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम के लगभग एक हजार पारा शिक्षकों को पिछले तीन माह से मानदेय नहीं मिला है. जिसके कारण इन पारा शिक्षकों का दुर्गा पूजा फीका रहा और अब दीपावली व छठ भी फीका गुजर जायेगा. लगातार विभाग को पारा शिक्षक पत्राचार के माध्यम से मानदेय भुगतान करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है. रोजाना संबंधित पदाधिकारी के संपर्क में शिक्षक जुटे हुए हैं. मालूम हो कि क्षेत्र का महत्वपूर्ण पर्व दिवाली, काली पूजा और वंदना पर्व, छठ मनाया जाता है. पारा शिक्षकों का मानदेय का भुगतान नहीं होने से उनके परिवार में खुशियां नहीं हैं. पारा शिक्षक न अपने बच्चों के लिये मिठाई-पटाखा खरीद सके न कपड़ा-जूता की व्यवस्था हुई, न घर में रंगरोगन हो सका. ग्रामीण क्षेत्र में पूजा पाठ भी होता है, जिसके कारण पर्व में अधिक खर्च होता है. इधर, शिक्षा परियोजना के पदाधिकारियों के मुताबिक मानदेय को लेकर फाइल बढ़ा दी गई है, संभवतः इसी माह भुगतान हो जाने की उम्मीद है.
पारा शिक्षकों को हर पर्व में मानदेय का अभाव होता है. हर पर्व पर हमारे बच्चे उपेक्षित महसूस करते हैं. अब तो सरकार ने हमें बंधुआ मजदूर की श्रेणी में लाने के लिये ई श्रम कार्ड से पारा शिक्षकों को जोड़ना शुरू कर दिया है.
सुखी कुम्हार, पारा शिक्षक