Pramod Upadhyay
Hazaribagh : हजारीबाग के लोगों में भी अजब-गजब दीवानगी है. ऐसी ही एक दीवानगी केरेडारी स्थित जोको की लड़की में दिखी. जब से उसने सुना कि उसका खोया मोबाइल मिल गया है, जिसे एसपी मनोज रतन चोथे अपने हाथों से देंगे, तब से उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. गुम हुए मोबाइल ने अंजलि के सपने को साकार कर दिया. मोबाइल लेने के बाद उसने एसपी से हाथ मिलाकर खूब आभार जताया. उसने कहा कि दरअसल उसे खुशी इस बात की नहीं है और न ही यह बात उसके लिए मायने रखती है कि गुम हुआ मोबाइल मिल गया. उसके लिए सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि उस मोबाइल की वजह से न सिर्फ उसकी एसपी से मुलाकात हो गई, बल्कि उनके हाथों से उसे मोबाइल मिला. वर्तमान में शिवपुरी में रहनेवाली अंजलि हजारीबाग के एसपी मनोज रतन चोथे को अपना आदर्श मानती है, लेकिन कभी इसका इजहार नहीं कर पायी. मोबाइल के बहाने जब मन में दबी चाहत पूरी हुई, तो उसे अपार खुशियां मिली. यह उसके लिए सबसे बड़ा सरप्राइज था.
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67 मोबाइलधारकों के खिल उठे चेहरे
इधर एसपी ने चोरी, छिनतई और गुम हुए 67 मोबाइल फोन बरामद कर धारक को लौटा दिए. फोन मिलने के बाद मोबाइल धारकों के चेहरे खिल उठे. कई लोग अपने पुराने मोबाइल देखकर अचंभित हो गए कि कैसे पुलिस ने मोबाइल खोज निकाला. दरअसल, रोजाना मोबाइल लूट की वारदात की खबरें सामने आती हैं और पीड़ित अपने साथ हुई घटना की रिपोर्ट संबंधित थानों में दर्ज कराने जाते हैं. मगर, पुलिस चोरी और लूट की जगह मोबाइल खोने की रिपोर्ट दर्ज करती थी. ऐसे में पीड़ितों में यह विश्वास नहीं जगता था कि अब मोबाइल मिलेगा.
पुलिस ने ऐसे बरामद किए चोरी, छिनतई या गुम हुए मोबाइल
हजारीबाग पुलिस ने एक अच्छी पहल शुरू की है. इसके तहत पुलिस ने गुमशुदा, चोरी और लूट के मोबाइलों की एक लिस्ट तैयार की है, जो जिले के विभिन्न थानों में दर्ज थे. उन शिकायतों को सर्विलांस टीम ने मंगवाया और उन्हें सर्विलांस पर डाला गया. पुलिस ने ऐसे 67 मोबाइल को सर्विलांस पर डालकर, उसपर कार्रवाई शुरू की. पुलिस को इसमें सफलता भी मिली. पुलिस ने उन मोबाइलों को बरामद कर लिया. इसमें 9,000 से 35,000 रुपए तक के मोबाइल शामिल हैं. मोबाइल की कुल राशि लगभग 10 लाख 40 हजार रुपए बताई गई.
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