Ranchi: बडकागांव विधायक अंबा प्रसाद और उनके भाई अंकित राज सोमवार को को ED ऑफिस पहुंचे. जिसके बाद दोनों से ईडी के अधिकारियों के द्वारा पूछताछ की जा रही है. इससे पहले दोनों ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे, और ईडी से 15 दिनों का समय मांगा था. ईडी के द्वारा समय नहीं दिए जाने पर सोमवार को दोनों ईडी के समक्ष उपस्थित हुए. इससे पहले तीन अप्रैल को ईडी ने अंबा के पिता और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से पूछताछ की थी.
इसे पढ़ें- शहर अंचल में कुव्यवस्था मामले में लीपापोती कर बैठ गए DCLR, जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति
अंबा और उनके पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ ED ने दर्ज किया है ECIR
बताते चलें कि ईडी ने अंबा और उनके पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ हजारीबाग के विभिन्न थानों में दर्ज प्राथमिकी को मिलाकर ईसीआईआर दर्ज किया है. इसमें रंगदारी, लेवी वसूली, बालू का अवैध व्यापार सहित अन्य आरोप लगाये गए हैं. ईसीआईआर दर्ज करने के बाद ईडी ने 12 मार्च को अंबा प्रसाद, योगेंद्र साव सहित उनके रिश्तेदारों और करीबी लोगों के 20 ठिकानों पर छापा मारा था. छापेमारी के दौरान विधायक और उनके पारिवारिक सदस्यों के मोबाइल और अन्य डिजिटल डिवाइस जब्त किये गये थे. ईडी ने इस मामले में आगे की जांच और पूछताछ के लिए योगेंद्र साव, अंबा प्रसाद और अंकित राज को समन भेज कर हाजिर होने का निर्देश दिया था.
इसे भी पढ़ें- लैंड स्कैम : अमित अग्रवाल और अफसर अली की डिस्चार्ज पिटीशन पर सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित
ईडी ने योगेंद्र साव से पूछा था आय के स्रोत
ईडी ने तीन अप्रैल को पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से पूछताछ की. साथ ही उनकी उपस्थिति में उनके डिजिटल डिवाइस से डाटा निकाला था. पूछताछ के क्रम में योगेंद्र साव से उनकी आमदनी के स्रोतों की जानकारी ली गयी थी. इसके बाद छापेमारी के दायरे में शामिल की गयी कंपनियों की व्यापारिक गतिविधियों और कंपनियों की आमदनी से संबंधित सवाल पूछे गये थे. कंपनियों के कामकाज से जुड़े सवालों के सिलसिले में योगेंद्र साव के जवाब विरोधाभाषी पाये गये थे.