Godda : महगामा MLA दीपिका पांडेय सिंह के सहयोगी पर मेहरमा थाना के पूर्व थानेदार ने कॉलर पकड़ने और मारपीट का आरोप लगाया है. मेहरमा थाना के पूर्व थानेदार कश्यप गौतम ने आरोप लगाते हुए कहा कि रविवार की रात कुछ कांडों का और अन्य चीजों का प्रभार देने वर्तमान मेहरमा थाना प्रभारी देने थाना गये थे. जिसके बाद मेहरमा क्षेत्र में रहने वाले राजेश लाला जिससे मेरा मित्रवत संबंध है, उसने कॉल करके मुझे अपने घर बुलाया. मैं राजेश लाला का घर गया, इसी दौरान विधायक अपने सहयोगी रोबिन मिश्रा के साथ आयी और बिना कुछ बताये वहां दरोगा कश्पय गौतम को देखकर आग बबूला हो गयी. इसी बीच विधायक के सहयोगी रोबिन मिश्रा ने दरोगा का कॉलर पकड़ कर मारपीट किया.
दरोगा को दी जान से मारने की धमकी
दरोगा ने आरोप लगाया है कि, मारपीट के बाद विधायक ने कहा कि सस्पेंड ऑफिसर तुम यहां क्यों आए हो. उस वक्त दरोगा के हाथ में कुछ केस का फाइल थी. जिसे विधायक ने फाड़ दिया और एक केस की फाइल अपने साथ ले गयीं. इसके बाद विधायक दीपिका पांडे सिंह ने धमकी देकर कहा कि आज के बाद क्षेत्र में नजर आये तो कटवा कर फेंक देंगे. इसके बाद सभी वहां से चले गये.
दीपिका पांडेय के व्यवहार से नाराज 5 थाना प्रभारियों ने मांगा था ट्रांसफर
महगामा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडे सिंह के व्यवहार से नाराज गोड्डा जिले के पांच थाना प्रभारियों एसपी से ट्रांसफर करने की मांग की थी. इनके अलावा कुछ पुलिसकर्मियों ने भी बीते 23 अप्रैल 2020 को एसपी से स्थानांतरण की मांग की थी.
गोड्डा जिले के महगामा विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले मेहरमा, महगामा, हनवारा, बेलवाअड्डा और ठाकुर गंगटी के थाना प्रभारियों और सभी पुलिसकर्मियों ने गोड्डा एसपी और झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन व झारखंड पुलिस एसोसिएशन को पत्र लिखा था. पत्र में कहा था कि हम सभी पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को महगामा विधानसभा क्षेत्र के थानों से दूसरी जगह स्थानांतरण करने की कृपा की जाये. ताकि हम सभी विधि सम्मत सरकारी कार्य करते हुए अपने आत्मसम्मान को बचा सकें.
विधायक उनके कार्यकर्ता पुलिसकर्मियों के आत्मसम्मान को पहुंचा रहे ठेस
थाना प्रभारियों और पुलिसकर्मियों ने लिखा पत्र में कहा था कि विधायक दीपिका पांडे सिंह के निर्वाचन के बाद से धौंस दिखाया जा रहा. इससे हमेशा हमारे और अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचायी जा रही है. जिससे विधि सम्मत कार्य करने में काफी कठिनाई होती है. साथ ही पत्र में लिखास है कि कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में भी विधायक के कार्यकर्ता गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं. जब कार्यकर्ताओं को मना किया जाता है तो विधायक और कार्यकर्ता उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं.
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