Pravin Kumar
Latehar : मनरेगा दिवस अर्थात 2 फरवरी के मौके पर मनिका में मजदूर सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें ईमानदारीपूर्वक मनरेगा योजनाओं में इस वित्तीय वर्ष में 100 दिन पूर्ण करने वाले मजदूरों को कुदाल, गैंता एवं टोकरी जैसे सामान देकर सम्मानित किया गया. सम्मानित होने वाले मजदूरों में रांकीकला, कोपे, नामुदाग, जान्हो एवं डोंकी पंचायत से 11 पुरुष और 11 महिलाएं शामिल थीं. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी, मनिका विरेन्द्र किंडो ने कहा कि स्वच्छ, पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन हमारी प्राथमिकता है. मजदूरों की उपस्थिति इस बात का गवाह है कि मनिका प्रखंड के मजदूर काफी सजग और जागरूक हैं. यहां विकास योजनाओं में होने वाली गड़बड़ियों को जनसहयोग से पूर्णत: बंद किया जा सकता है. आपका सहयोग हमेशा अपेक्षित है.
मजदूरी भुगतान में सरकारी स्तर से देरी की गयी
झारखंड नरेगा वाच के राज्य संयोजक ने कहा कि मनरेगा कानून मजदूर संगठनों के लंबे संघर्ष का परिणाम है. संपूर्ण देश में आज के ऐतिहासिक दिन को मजदूरों, राजनीतिक पार्टियों और सरकारी स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. मनरेगा मजदूरों को दी जाने वाली मजदूरी स्थानीय निजी निर्माण कार्यों में लगे मजदूरी दर से कम होना हमेशा से चिंता का विषय रहा है. इसके अलावे इस वित्तीय वर्ष में लगातार तीन बार मजदूरी भुगतान में सरकारी स्तर से देरी की गई है. जिसके कारण मनरेगा के प्रति मजदूरों का भरोसा उठने लगा है. यह स्थिति मनरेगा योजना, ग्रामीण विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत नहीं है.
मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ
नरेगा सहायता केंद्र के पचाठी सिंह ने कहा कि मनिका प्रखंड में राज्य के अन्य जिलों की अपेक्षा सबसे ज्यादा मनरेगा मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिला है. इसमें मजदूर संगठन और जागरूक मजदूरों का बड़ा योगदान है. जान्हो पंचायत के परसही गांव के मृतक मनरेगा मजदूर सिबन सिंह की आश्रित पत्नी सुनीता देवी को मनरेगा अनुग्रह राशि पचहत्तर हजार रुपये, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना से 20 हजार रुपये और श्रम विभाग द्वारा संचालित योजना से 25 हजार रुपये मिला. इन्हें विधवा पेंशन का लाभ भी मिलेगा. ऐसे ही मनरेगा मजदूरों की सामान्य मृत्यु की परिस्थिति में भी उनके आश्रितों को सरकार द्वारा आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया है.
मजदूरों ने सरकार से की मांग
सभा को ग्राम प्रधान महावीर परहिया, दिनेश सिंह, गोपाल उरांव, राजेश्वर सिंह और नामुदाग के मुखिया ने भी संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में ग्राम सभाओं को सशक्त करने और मनरेगा सहित सभी प्रकार की विकास योजनाओं में सरकारी फंड के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने की बात दोहरायी. आज सम्मानित होने वाले मजदूरों में – ग्राम पंचायत कोपे से कविता देवी, नेमि देवी, तेतर भुइयां, तेतरी देवी, ग्राम पंचायत नामुदाग से – प्रबिल सिंह, फुलमनि देवी, अमृत सिंह, चिंता देवी, मंगरी देवी, रामचंद्र उरांव, विकास यादव, जगेसर यादव, चिंता देवी, ग्राम पंचायत रांकिकला से – महावीर परहिया, राजू परहिया, रामू सिंह, लालो देवी, महेंद्र उरांव, रघु मसोमात, नान्हू सिंह, अशोक परहिया, ग्राम पंचायत डोंकी से – दीपू सिंह, रीना देवी, फुलेसवारी देवी.
मंच संचालन दिलीप रजक कर रहे थे
समारोह में नरेगा सहयता केंद्र से अमरदयाल, सोमवती, बालकी, प्रेमा, लालबिहारी, मनोज उरांव, रीता देवी, गोपाल प्रधान, डोंकी सभिलनाथ, पैकरा सीमा, समता शामिल थे. मंच संचालन दिलीप रजक कर रहे थे.
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