New Delhi : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश बदलाव चाहता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की गारंटी का वही हश्र होने जा रहा है, जो 2004 में इंडिया शाइनिंग (भारत उदय) नारे का हुआ था. उन्होंने मंगलवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में यह भी कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के घोषणा पत्र को घर-घर तक ले जाना होगा. कार्य समिति की बैठक घोषणा पत्र को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गयी थी.
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में आप हमने कांग्रेस घोषणापत्र पर गहन विचार-विमर्श किया।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के 5 स्तंभों – किसान न्याय, युवा न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय में प्रत्येक की 5 गारंटी हैं।
हर एक न्याय स्तंभ के अन्तर्गत 5 गारंटियों के… pic.twitter.com/FKDnxma9bk
— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 19, 2024
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कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी इस लोकसभा चुनाव में जो वादे करने जा रही है, उन्हें वह पूरा करेगी. उन्होंने कहा, हम वादे करने के पहले गहराई से यह पड़ताल कर लेते हैं कि उनको पूरा कर पायेंगे या नहीं. खड़गे ने कहा, देश बदलाव चाहता है. मौजूदा सरकार की गारंटी का वही हश्र होने जा रहा है जो 2004 में इंडिया शाइनिंग नारे का हुआ था. उन्होंने यह भी कहा कि इसीलिए कांग्रेस का घोषणापत्र 1926 से देश के राजनीतिक इतिहास में भरोसे का दस्तावेज बना हुआ है.
कांग्रेस का घोषणा पत्र पी चिदंबरम की अध्यक्षता वाली समिति ने तैयार किया
कांग्रेस का घोषणा पत्र पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम की अध्यक्षता वाली समिति ने तैयार किया है. खड़गे के अनुसार, ‘समिति ने प्रयास किया कि हमारा घोषणा पत्र सिर्फ अकादमिक कवायद न रहे, बल्कि उसमें व्यापक जन भागीदारी हो. इसके लिए संपर्क और संवाद किया गया. वेबसाइट आवाज भारत की.. के जरिये लोगों से सुझाव आमंत्रित किये गये थे. उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा, इस यात्रा से जुड़े मुद्दों की देश विदेश में बहुत चर्चा हुई है. इससे हम देश का ध्यान जनता के असली मुद्दों पर खींच पाये. इस यात्रा का समापन 16 मार्च को मुंबई में हुआ.
खुशी की बात है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा का समापन भी मुंबई में ही हुआ
खड़गे ने कहा, मुंबई हमारे लिए ख़ास तौर से महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारी पार्टी की स्थापना मुंबई में ही हुई थी. हमारे स्वाधीनता आंदोलन को ताक़त भी 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई से ही मिली थी. बड़ी खुशी की बात है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा’का समापन भी मुंबई में ही हुआ. कहा, ये यात्राएं सिर्फ राजनीतिक रूप से ही महत्वपूर्ण नहीं हैं बल्कि हमारे राजनीतिक इतिहास में एक ऐसे प्रयास के रूप में दर्ज हो गयी हैं जो जन संपर्क का सबसे बड़ा प्रयास है.
इतनी लंबी पदयात्रा किसी राजनेता ने नहीं की है
हाल के वर्षों में इतनी लंबी पदयात्रा किसी राजनेता ने नहीं की है, जिसे कोई चाहे तो भी नजरअंदाज नहीं कर सकता. उन्होंने कांग्रेस की पांच गारंटी का उल्लेख करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आह्वान किया, आप सभी वरिष्ठ नेताओं की बहुत अहम भूमिका होगी. आप सभी से मेरा अनुरोध है कि इसके सभी प्रमुख मुद्दों को पूरे देश में, गांव-मुहल्ला और घर-घर तक पहुंचाने में प्रेरक की भूमिका निभायें.