Ranchi : मॉनसून सत्र के पांचवे दिन सदन की कार्यवाही भाजपा के हंगामे के सात ही शुरू हुई. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के सदन में माफी मांगने के बाद भी उनके बयान को लेकर सदन के अंदर भाजपा का हंगामा जारी रहा. 12:30 में दोबारा जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा के विधायकों ने इसी मामले को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया. बिरंची नारायण ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री के सदन में रहते यह घटना घटी है, इसलिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. इसपर आलमगीर आलम ने कहा कि इरफान अंसारी ने जो कहा, उसे स्पंज भी करवाया गया, लेकिन गलती तो गलती है और इस गलती के लिए इरफान ने माफी मांगी है. आलमगीर आलम ने कहा कि वह भी इरफान के बयान को लेकर सदन में माफी मांगते हैं. हालांकि इसके बाद भी भाजपा विधायक शांत नहीं हुए, उन्होंने हंगामा जारी रखा. जिसके बाद सदन का कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्पीकर ने स्थगित कर दी.
यहां बता दें कि पहले इरफान अंसारी और फिर आलमगीर आलम के सदन में माफी मांगने के बाद भी भाजपा विधायक नहीं माने. दरअसल इस सत्र में वे आदिवासी मुद्दे को भुनाने के फेर में हैं. वहीं उनकी नजर झारखंड में आदिवासी सीट पर है. बता दें कि राज्य में लोकसभा की 5 और विधानसभा की 28 सीट आदिवासी सीट है. जिसपर इसबार के चुनाव में दिलचस्प मुकाबला हो सकता है.
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मणिपुर और एमपी की घटना पर जवाब दे भाजपा
माफी मांगने के बाद भी भाजपा के विधायक नहीं माने और 12:07 में विधायक वेल में पहुंच गए और कांग्रेस हाय हाय के नारे लगाने लगे. आलमगीर आलम ने कहा कि आदिवासी हित को लेकर हंगामा कर रहे इन भाजपा नेताओं को मणिपुर और मध्यप्रदेश की घटना पर भी जवाब देना चाहिए.
अब इनके दाह संस्कार का समय हो गया है-मिथिलेश
इस दौरान मंत्री मिथिलेश सिंह ने कहा कि अब इनके (भाजपा) दाह संस्कार का अंतिम समय हो गया है. यह हर चीज में राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं. इसपर हंगामा और तेज हो गया. तब स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
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