Ranchi: हेमंत सोरेन सरकार के दो साल पूरे होने पर प्रदेश भाजपा ने ‘झारखंड बेहाल’ नाम से जो दस्तावेज जारी किया, उसका अब जेएमएम ने जोरदार पलटवार किया है. पार्टी मुख्यालय में सोमवार को प्रेस कांफ्रेस कर महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार केवल शासन करने के लिए सत्ता में नहीं आयी है. बल्कि संघर्ष से जो राज्य बना है, उसी झारखंडियत को बचाने के लिए आयी है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सरकार के 2 सालों में राज्य के अधिकांश समस्याओं का हल निकाला गया है. कहा कि अब तीसरे साल झारखंड ‘बेमिसाल’, चौथे साल में ‘खुशहाल’ और अंतिम साल में झारखंड ‘समृद्ध’ बनेगा.
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सीएम ने महामारी के समय झारखंड की जनता को मदद पहुंचायी
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 2019 के जनादेश के बाद जेएमएम कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के नेतृत्व में जिस नयी गठबंधन सरकार का गठन हुआ, वह पूरी तरह से झारखंड की जनता वाली सरकार थी. सीएम ने जिस तरह से महामारी के समय झारखंड की जनता को मदद पहुंचायी, उनके लिए कल्याणकारी योजनाओं को शुरू किया, उससे भाजपा पूरी तरह से परेशान हो गयी है. हेमंत सरकार के 2 साल के शासन में जितनी उपलब्धियां हुई, वह भाजपा नेता पचा नहीं पा रहे हैं.
JMM नेता ने कहा कि सत्ता में आने के बाद हेमंत सरकार ने डीवीसी, एचईसी, एनटीपीसी, राज्य का जीएसटी, डीएमएफटी, बैकवर्ड रिजन ग्रांट फंड और रेलवे से मिलने वाले रॉयल्टी समेत सभी मुद्दों पर केंद्र के समक्ष मांगों को रखा. पर इन दो सालों में राज्य के 20 में से भाजपा के 16 सासंदो ने कभी भी केंद्र का ध्यान इस और आकर्षित नहीं कराया.
हेमंत सरकार ने 30,000 करोड़ से अधिक परिसंपत्तियों का वितरण किया
उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ते हुए हेमंत सरकार ने विगत 6 माह में 30,000 करोड़ से ज्यादा परिसंपत्तियों के वितरण किया. पहली बार राज्य के मूलवासियों की पहचान के लिए सरना धर्म कोड की पहल हुई. उच्च शिक्षा लेने के लिए आदिवासी बच्चे सरकारी छात्रवृत्ति पर विदेश गये. सीएम दीदी किचन योजना को लेकर तो केंद्र ने सभी राज्यों को झारखंड से सीखने की बात कही. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का दायरा बढ़ाते हुए 16 लाख नये राशन कार्ड जारी किये. पारा शिक्षकों की समस्याओं का स्थायी हल हुआ. जनजातीय और स्किल विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय हुआ. मॉडल स्कूल की संकल्पना धरातल पर उतरी.
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सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में समस्याओं का निपटारा हुआ
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम से पंचायत स्तर पर लोगों की समस्याओं का निपटारा हुआ. मुख्यमंत्री फुटबॉल आमंत्रण प्रतियोगिता आयोजित करने के साथ माइक्रो लेवल पर खेल प्रतियोगिता आयोजित की गयी. सरकारी टेंडरों में 10 प्रतिशत यानी 25 करोड़ तक का आरक्षण एसटी, एससी और पिछड़ा वर्ग के लिए किया गया. नयी औद्योगिक पॉलिसी लायी गयी. वैसी पॉलिसी जो हाथी उडाने वाला नहीं बल्कि उद्योग की स्थापना करने वाला और रोजगार देने वाला था. इसी तरह पहली बार राज्य में किसान पाठशाला शुरू की गयी. सीएम पशुधन योजना से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का उत्थान हुआ. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सरकार के इस पहल से भाजपा नेता पूरी तरह से परेशान हो गये हैं.
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