Shailendra Varma
Lagatar Desk : 10 सितंबर बिग फ्राइडे है, क्योंकि रिलीज हुई है इस साल की मच अवेटेड और कंगना रणौत स्टारर फिल्म थलाइवी. यह सबको पता ही है कि थलाइवी अम्मा यानि जयललिता की बायोपिक है. यह फिल्म साउथ की सभी भाषाओं के साथ हिन्दी में भी बनायी गयी है. साउथ में इस फिल्म को लेकर तब से बेसब्री देखी जा रही थी, जब इसका टीजर और ट्रेलर रिलीज हुआ था. आज यह फिल्म 50 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी के साथ थियेटरों में रिलीज हो चुकी है.
दो भागों में है फिल्म की कहानी
थलाइवी फिल्म को हम दो भागों में बांट सकते हैं. पहले भाग में जयललिता के फिल्मी करियर और उसमें उनके संघर्ष को दिखाया गया है. वहीं दूसरे भाग में उनकी राजनीतिक जीवन के उतार-चढ़ाव को दर्शाया गया है. जयललिता के जीवन की कहानी तो खुली किताब की तरह है. फिर भी उनके फिल्म करियर से जुड़े कई अनछुए पहलू फिल्म में नजर आएंगे. लेकिन फिल्म में जयललिता की पूरी लाइफ कवर नहीं की गयी है. इसे अधूरा छोड़ दिया गया है. शायद फिल्ममेकर इसकी सफलता के बाद इसका सिक्वल भी बना सकते हैं. इसलिए तैयार रहिये.
दूसरे भाग में बंधे रहते हैं दर्शक
फिल्म के निर्देशक हैं ए एल विजय. निर्देशन के लिहाज से देखा जाये तो फिल्म का पहला भाग थोड़ा सुस्त है, जो कुछ दर्शकों को उबाऊ लग सकता है. लेकिन डायरेक्टर ने दूसरे भाग में अपना कमाल दिखाया है और दर्शक बंधे रहते हैं. इस भाग में कई सीन बेजोड़ बन पड़े हैं. फिल्म की कहानी के वी विजयेंद्र प्रसाद, माधवन कार्की, रजत अरोड़ा ने लिखी है. कहानी के बारे में पहले ही बताया कि इसे अधूरा छोड़ा गया है. विशाल विट्टल की फोटोग्राफी उम्दा है. जी वी प्रकाश कुमार का संगीत फिल्म के हिसाब से ठीक है. कुछ गाने फिल्म में काफी अच्छे लगे हैं. चली-चली गाना शानदार बन पड़ा है.
कंगना के साथ-साथ सभी कलाकारों की उम्दा एक्टिंग
अब बात करते हैं अभिनय की. फिल्म में कंगना ने फिर से साबित कर दिया है कि कठिन से कठिन भूमिका को वह कैसे सहजता से परदे पर साकार कर सकती हैं. फिल्म में न सिर्फ बला की सुंदर लगी हैं बल्कि अपनी एक्टिंग से किरदार को साकार कर दिया है. एमजीआर की भूमिका में अरविंद स्वामी एकदम सरप्राइज पैकेज की तरह हैं. उनका अभिनय भी जबरदस्त है. करुणानिधि के रूप में नसार भी बहुत जमे हैं. भाग्यश्री, राम अरुण, मधु बाला और सभी सह कलाकारों ने बढ़िया एक्टिंग की है. कुल मिलाकर थलाइवी से जितनी उम्मीदें थीं, वह उसपर पूरी तरह से खरी तो नहीं उतरती, लेकिन फिल्म एकदम से निराश भी नहीं करती. कंगना के फैंस के लिए यह फिल्म बोनस की तरह है. हमारी ओर से फिल्म को पांच में से तीन स्टार.
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