Lucknow : यूपी की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बेटे को अंदेशा है कि उनके पिता की हत्या हो सकती है. मुख्तार के बेटे उमर ने जेल में अपने पिता से मुलाकात के बाद यह बात कही. जानकारी के अनुसार वकालतनामा पर हस्ताक्षर कराने जेल पहुंचे उमर ने योगी सरकार सहित जिला प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं.
उमर ने आरोप लगाया कि अधिकारी उनके पिता की हत्या करवाने का प्लान बना रहे हैं. कहा कि एसओजी के लोग पिस्टल लेकर अंदर जाते हैं. खाने में जहर देने की बातें होती हैं. बस ऊपर वाला ही इनको बचा रहा है. उमर ने कहा कि पापा ने सभी का नाम लेकर बताया है. हालांकि जेलर ने मुख्तार के बेटे के सभी आरोपों को नकार दिया है. कहा कि यह सब असंभव हैं.
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इतनी ठंड में नहाने के लिए गर्म पानी नहीं मिलता
मुख्तार के बेटे उमर ने कहा कि कोर्ट ने आदेश दिया था कि परिजन या वकील जेल में मिलकर उनसे वकालतनामा पर साइन करवा लें, इसीलिए मैं आया था. मुख्तार अंसारी की सेहत ठीक नहीं है, उन्हें ठंड लग गयी है. छाती में इंफेक्शन बढ़ गया है. उन्हें खांसी आ रही है. कहा कि इतनी भीषण ठंड में ठंडे पानी से नहा रहे हैं, जिससे उन्हें बहुत परेशानी है. गर्म पानी नहीं मिलता. आरोप लगाया कि इलाज के नाम पर ढोंग हो रहा है. कई बार कहने पर एक बार डॉक्टर आता है. थर्मामीटर और ब्लड पेशर चेक कर डॉक्टर वापस लौट जाता है.
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चार बार जेल के अंदर से चुनाव लड़ चुके हैं
चुनाव लड़ने के सवाल पर उमर ने कहा कि वे चार बार जेल के अंदर से चुनाव लड़ चुके हैं और विधायक बने हैं, उमर ने कहा कि जब जिले के डीएम और एसपी हत्या कराने के षडयंत्र में लगे हों और अंदर बदमाशों से हत्या करवाने की बात की जाती हो. उमर ने कहा, जब रक्षक ही भक्षक बना हुआ है, सिर्फ ऊपर वाला ही उन्हें बचा रहा है. आरोप लगाया कि मुख्तार अंसारी ने एसओजी प्रभारी मयंक चंदेल और डीएम एसपी का नाम लेकर बताया है. हम इन सब मामलों को लेकर न्यायालय जायेंगे, जरूरत पड़ी तो SC भी जागे.
कानून का सहारा लेकर हम लड़ाई लड़ेंगे. विधायक छोड़ दीजिए, वो इस देश के नागरिक हैं. मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है ये दुर्भाग्यपूर्ण है. ये सरकार बहुत जुल्म कर चुकी अब इसे उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है. इस सरकार से गरीब, नौजवान, किसान सभी परेशान हैं. अब 2022 का वक्त मौजूद है, सरकार को उखाड़ फेकेंगे.
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यह एमपी एमएलए कोर्ट बनारस का मामला है
मंडल कारागार के जेलर वीरेन्द्र कुमार ने इस मामले में बताया कि यह एमपी एमएलए कोर्ट बनारस का मामला है. जिसमें कोर्ट ने आदेश किया था कि मुलाकात सुनिश्चित करें, जिसके बाद जेल मैनुअल के साथ कोविड प्रोटोकाल के तहत मुलाकात कराई गयी है. मुख्तार की सुरक्षा के सवाल पर बेटे उमर के आरोप पर कहा कि जेल में सीसीटीवी और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी है. उनके आरोप एक दम असत्य और असंभव हैं. कोई कुछ भी कह सकता है. एसओजी प्रभारी के पिस्टल लेकर जाने के सवाल पर कहा कि मैं जब से यहां हूं तब से कोई नहीं आया, न ही फोन आया. किसी को कोई सामान लेकर जाने की अनुमति ही नहीं है. मेरे रहते सुरक्षा कड़ी है. सीसीटीवी से लैस है.