Musabani (Sanat Kr Pani) : मुसाबनी प्रखंड के लाटिया चौक पर विगत 9 मई से चल रही बागजांता माइंस सड़क विस्थापित कमेटी के असहयोग आंदोलन का समापन गुरुवार को हो गया. बुधवार को घाटशिला एसडीओ कार्यालय में विस्थापित कमेटी, यूसिल प्रबंधन और प्रशासनिक पदाधिकारियों के उपस्थिति में आयोजित वार्ता के बाद आंदोलन को वापस लेने का निर्णय लिया गया. इसके साथ ही यूसिल प्रबंधन द्वारा बागजांता माइंस में उत्पादन शुरू कर दिया गया है. गुरुवार को मजदूर बागजांता माइंस में काम करने के लिए पंहुचे.
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आंदोलन में सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया गया
गुरुवार को विस्थापित कमेटी की बैठक मंगल माहली की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक में विगत दिनों सड़क विस्थापितों की तीन सूत्री मांगों को लेकर असहयोग आंदोलन समापन होने पर समीक्षा की गई. बैठक में विस्थापित कमेटि के संरक्षक बुद्धेश्वर मुर्मू ने सभी रैयतदारों द्वारा अपने अधिकारों के लिए असहयोग आंदोलन में सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया गया.
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प्रबंधक के कार्य शैली पर विस्थापित परिवार नजर रखे हुए है – मुर्मू
उन्होंने इस आंदोलन को वार्ता के माध्यम से समाधान की पहल की शुरुआत करने के लिए मुसाबनी प्रखंड विकास पदाधिकारी सीमा कुमारी, प्रभारी सीओ राजीव कुमार और सार्थक समापन कराने के लिए एसडीओ सत्यवीर रजक का आभार प्रकट किया गया. बुद्धेश्वर मुर्मू ने बताया की अनुमंडलाधिकारी कार्यालय में वार्ता में हुए सहमति पर यूसिल प्रबंधक के कार्य शैली पर विस्थापित परिवार नजर रखे हुए है. समझौता पर यूसिल प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार का टाल मटोल किये जाने पर सड़क विस्थापित कमेटी आनेवाले दिनों में अपने रैयती जमीन को नहीं देने का भी फैसला ले सकती है. उन्होंने कहा की अब सड़क विस्थापितों को यूसिल द्वारा अनदेखी किया गया तो इसका जोरदार विरोध किया जाएगा. बुद्धेश्वर मुर्मू ने उपस्थित रैयतों को अपने अधिकार के लिए एकजुटता बनाए रखने और हक के लिए आगे रहने का आह्वान किया. बैठक में बुद्धेश्वर मुर्मू, मंगल माहली, राकेश मुर्मू, सुनील माहली, रमेश माहली, गालू टुडू, बरियार टुडू, सुरज कुमार साहू, दीपक मंडल, सुरेन माहली आदि उपस्थित थे.
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