Nalanda: पुलिस ने नारी गांव के पास बोरे में मिले शव का खुलासा कर दिया. चार दिन की जांच के बाद पुलिस ने खुलासा किया. विदित हो कि 16 नवंबर को नूरसराय थाना इलाके के नारी गांव के छिलका के पास बंद बोरे में शव मिला था. बोरे से बदबू आने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने जब बोरा खोला तो इसमें अज्ञात व्यक्ति का कटा हुआ हाथ और पैर मिला. पुलिस ने इसे सदर अस्पताल भेज दिया. परिवारवालों ने शव की पहचान की. शव सिलाव थाना के नानंद गांव निवासी नरेश चौधरी के पुत्र विकास कुमार चौधरी की थी.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सिलाव थाना पुलिस और नूरसराय थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से जांच की. पुलिस ने जांच के क्रम में नूरसराय थाना इलाके के वाराखुर्द गांव के एक दंपत्ति से पूछताछ की तो सारी सच्चाई सामने आ गई. दंपत्ति ने हत्या की बात कबूल की. आरोपी ने पुलिस को बताया कि घर में ही अपने अन्य सहयोगी के साथ मिलकर विकास की हत्या की थी. इसके बाद उसके शरीर के छह टुकड़े कर अलग-अलग जगह ले जाकर फेंक दिया था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने शनिवार की देर रात दीपनगर थाना इलाके के कोसुक पुल के नीचे से शरीर के धड़ को बरामद किया था. मृतक का सिर और बाइक फतुहा के पुनपुन घाट से बरामद किया गया था.
इसे भी पढ़ें– बिहार : 10वीं पास ITI छात्रों का अब सीधे स्नातक में होगा दाखिला, आदेश जारी
बताया जाता है कि विकास और जयंती नामक लड़की की दोस्ती बिहारशरीफ में पढ़ाई के दौरान 2008 में हुई थी. दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ता गया. इसी बीच वाराखुर्द गांव के रंजन कुमार से जयंती की शादी हो गई. इसके बाद भी दोनों के बीच अफेयर जारी रहा. इस बीच प्रेमिका ने अपने पति को ऑटो दिलाने के लिए विकास से पैसे लिए थे. इसे लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया. गुरुवार की शाम विकास प्रेमिका के घर पहुंचा. जहां उसके पति सहित अन्य लोगों ने मिलकर विकास की हत्या कर दी. शव के 6 टुकड़े कर अलग अलग-जगह पर फेंक दिये. इस मामले में सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी ने कहा कि कटे हुए हाथ और पैर बरामद होने के बाद अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था. पुलिस ने शक के आधार पर दंपति से पूछताछ की और मामले का खुलासा हो गया.
इसे भी पढ़ें– राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में अमोल पालेकर, रश्मि देसाई नजर आये, यात्रा अब 23 नवंबर को मध्य प्रदेश पहुंचेगी