कहा – सभ्यता- संस्कृति के साथ प्रकृति के संरक्षण का संदेश देता है यह त्यौहार
Hazaribagh : प्रकृति पर्व सरहुल के अवसर पर गुरुवार को हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के एनडीए उम्मीदवार सह हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल कई क्षेत्रों में आयोजित सरहुल जुलूस और पूजनोत्सव में शामिल हुए. हजारीबाग शहर के न्यू बस स्टैंड के समक्ष अवस्थित सरना स्थल पर पहुंचकर आदिवासी केंद्रीय सरना समिति हजारीबाग द्वारा आयोजित सरहुल पूजनोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. जहां झारखंडी रीति-रिवाज से उनका भव्य स्वागत किया गया. सरना धर्मावलंबियों और आदिवासी समाज के पाहन ने सखुआ फुल भेंट कर, अबीर- गुलाल लगाकर, हरे रंग की पगड़ी बांधकर उनको सम्मानित किया. मनीष जायसवाल ने सरना स्थल में पूजा-अर्चना कर प्रकृति से जुड़े आराध्य देवी- देवताओं का ध्यान कर आशीर्वाद लिया. सरना पूजा के बाद श्री जायसवाल मांदर- नगाड़े की थाप पर श्रद्धालुओं संग जमकर थिरके.
मौके पर मनीष जायसवाल ने कहा कि सरहुल भारतीय आदिवासी सभ्यता व संस्कृति के साथ प्रकृति के संरक्षण का संदेश देता है. यह त्यौहार हमें उत्साह, उमंग और जोश को बरकरार रखते हुए नए कोपलों संग नए तरीके से प्रकृति से जुड़कर जीवन जीने की कला भी सिखाती है. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंडी आदिवासी सभ्यता और संस्कृति का कायल समस्त विश्व रहा है. श्री जायसवाल ने हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में निवास करने वाले सभी सरना धर्मावलंबियों को सरहुल की ढेर सारी शुभकामनाएं भी दी.
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